दो स्पेशल ट्रेनों से 2518 लोग आए 'घर'
-संडे को गुजरात के सुरेंद्र नगर और गोधरा से कानपुर सेंट्रल पहुंचीं स्पेशल ट्रेनें, हेल्थ चेकअप के बाद रोडवेज बसों से भेजा गया घर
KANPUR: लॉकडाउन में अन्य प्रदेशों में फंसे यूपी के लोगों को स्पेशल ट्रेनों से कानपुर लाया जा रहा है। संडे को गोधरा व सिद्धार्थ नगर से आई दो ट्रेनों से 2518 लोगों की घर वापसी हुई। सेंट्रल स्टेशन पर सभी का हेल्थ चेकअप कर हाथ में होम क्वारंटीन की मोहर लगा कर रोडवेज बसों से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। प्रवासी स्पेशल ट्रेनों में आए लोगों ने कहाकि उनसे फेयर से अधिक पैसा वसूल किया गया। मेडिकल टीम लेट आईकानपुर सेंट्रल पर संडे को दो ट्रेनें कुछ घंटे के अंतराल में आने से प्रशासनिक इंतजाम गड़बड़ा गए। प्रवासियों का हेल्थ चेकअप करने वाली टीम भी लगभग एक घंटा देरी से आई। पैसेंजर्स हॉल में काफी भीड़ होने पर पुलिस को भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। गौरतलब है कि अभी तक कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर दिन में सिर्फ एक ही ट्रेन आती थी।
एक हफ्ते में आ चुकी पांच ट्रेनेंसेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि एक सप्ताह में सूरत, गोधरा, मोरबी आदि जगह से पांच ट्रेनें आ चुकी है.जिनसे अभी तक लगभग 7500 से अधिक प्रवासियों को कानपुर लाया गया है। जो कानपुर समेत आसपास सिटीज के रहने वाले थे। उन्होंने बताया कि संडे को पहली बार एक ही दिन में दो ट्रेनें आई हैं।
जुगाड़ से लग रहा जल्दी नंबर संडे को स्पेशल ट्रेन से सिद्धार्थ नगर से कानपुर आए आजमगढ़ निवासी यशवंत कुमार ने आरोप लगाते हुए बताया कि वहां पर भी जुगाड़ व पैसा चल रहा है। जो लोग पहले से रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। उनका नंबर ही नहीं आ रहा है। जिनके पास जुगाड़ है और व पैसा दे रहा है। उनको स्पेशल ट्रेनों में आराम से टिकट मिल रही है। (पैसेंजर्स वर्जन) - वहां जिनके पास जुगाड़ है और वह मनचाहा पैसा देने को तैयार है तो उसका नंबर पहले आ जाएगा और उसे स्पेशल ट्रेन की टिकट भी मिल जाएगी। उन्होने बताया कि मैने खुद 1 हजार रुपए देकर िटकट लिया है। यशवंत कुमार, निवासी आजमगढ़ - मैं सिद्धार्थनगर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूं। लॉकडाउन की वजह से मैं वहां फंसा हुआ था। जेब में जो पैसे थे वह भी खत्म हो रहे थे। जिसकी वजह से समस्या बढ़ती ही जा रही थी। समय पर गवर्नमेंट ने स्पेशल ट्रेनें चला दीं। तिलक सिंह, निवासी गुलेरिया नेपाल- लॉकडाउन की वजह से कंपनी बंद हो गई थी। कमरे का रेंट देने के भी पैसे नही थी। घर वालों से एकाउंट में पैसा मंगाया। जिसके बाद कमरे का रेंट िदया। स्पेशल ट्रेन की चलने की सूचना मिली तो घर पहुंचने की उम्मीद जाग गई।
सिंहराज,िनवासी गोंडा - लॉकडाउन की वजह से वहां सारा कारोबार बंद पड़ा हुआ है। जिसकी वजह से यूपी के रहने वाले लोगों को वहां बहुत परेशानी हो रही है। यूपी गवर्नमेंट स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर के वहां फंसे लोगों को सकुशल अपने घर पहुंच रही है। रोहित,निवासी कुशीनगर