दो महीने बाद भी सॉल्वर गैंग का सरगना फरार
- 6 आरोपियों को नहीं तलाश पाई पुलिस, तीन नई टीमें गठित कीं
- नीट व यूपी कैटेट में अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर बैठाए जाने का मामला KANPUR : नीट और यूपी कैटेट एग्जाम में पकड़े गए सॉल्वर गैंग के फरार 6 सदस्यों की तलाश के लिए पुलिस की 3 टीमें बनाई गई हैं। जल्द ही ये टीमें प्रयागराज, महोबा, मथुरा आदि जिलों में दबिश देंगी। 30 सितंबर को दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर गिरोह का बजरिया थाना पुलिस ने पर्दाफाश कर 7 आरोपियों को जेल भेजा गया था। फोटो लगाकर दिलवाते एग्जामआरोपी परीक्षार्थी के फार्म में सॉल्वर की फोटो लगाकर एग्जाम दिलवाते थे। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन से कई फर्जी एडमिट कार्ड भी बरामद किए थे। गिरफ्तार आरोपियों में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का एमबीबीएस छात्र मिर्जापुर निवासी डॉ। अवध बिहारी, राम मनोहर लोहिया अस्पताल का डाक्टर आजमगढ़ निवासी सचिन कुमार भी शामिल है।
ये भी हुए थे अरेस्ट
गिरफ्तार आरोपियों में डॉ। सचिन, डॉ। अवध बिहारी के साथ ही गोरखपुर के गगहा का वेदरतन, बांसगांव निवासी अमित जायसवाल, बलरामपुर के पचपिड़वा निवासी महफूज, फैजाबाद का राकेश वर्मा और पनकी गंगागंज निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह श्ामिल है। इनकी है तलाशपुलिस के मुताबिक डॉ। अवध बिहारी, राकेश वर्मा और अमित जायसवाल ने 3 अभ्यर्थियों साहिल, शैलेश और अनूप के स्थान पर परीक्षा दी थी। गैंग का सरगना मथुरा का भोलाशंकर है। उसके साथ महोबा का सत्येंद्र और प्रयागराज निवासी जानकी शामिल थे। पुलिस अभ्यर्थियों व इन तीन शातिरों को पकड़ेगी।