परिवार वालों की बंदिशों के बंधनों को तोडऩे वाली दो दर्दनाक घटनाएं सैटरडे को सामने आईं. दोनों घटनाओं में प्रेमी युगल ने साथ जीने साथ मरने का वादा निभाते हुए दुनिया को अलविदा कह दिया. दर्द की सीमा लांघने वाली पहली वारदात कानपुर देहात के रसूलाबाद की है. जहां युवक के दिव्यांग होने की वजह से युवती के परिवार वाले उसकी शादी करने को तैयार नहीं थे. इसकी वजह से दोनों शनिवार सुबह गांव के बाहर पेड़ के नीचे मिले. प्रेमी ने प्रेमिका की मांग भर कर चूडिय़ां पहनाईं. इसके बाद दोनों ने पेड़ से एक ही दुपट्टïे से लटक कर अपनी जिंदगी खत्म कर ली. दिल को दहला देने वाली दूसरी वारदात बांदा में हुई. जहां प्रेमी युगल ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी.


कानपुर (ब्यूरो) कानपुर देहात के रसूलाबाद में एक प्रेमी युगल के शव फंदे पर लटकते मिले। प्रेमिका के मांग में सिंदूर भरा था और हाथ में नई चूडिय़ां पहन रखी थी। दोनों के शव दुपट्टे के सहारे एक ही फंदे पर नीम के पेड़ पर लटके मिले। प्रेमी युवक दोनों पैरों से दिव्यांग था। मामला रसूलाबाद के तारनपुर गांव का है। गांव निवासी 25 साल के दिव्यांग विनोद का गांव की 20 साल की शिल्पी से कई साल से प्रेम संबंध था। दोनों शादी करना चाह रहे थे पर परिवार वाले इसके लिए तैयार नहीं थे। दोनों ने परिवार वालों को मनाया था जिसको लेकर कई बार झगड़ा भी हुआ था। इसके चलते दोनों परेशान थे। जब कोई नतीजा नहीं निकला तो एक साथ जान देकर अपने प्यार को अमर कर दिया।

तीन साल के प्यार का भयावह अंत
बांदा जिले के अतर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम नगनेधी गांव के पास से गुजरी रेलवे लाइन मानिकपुर रेलखंड के पोल 1341 के पास शनिवार सुबह जबलपुर से लखनऊ जा रही चित्रकूट एक्सप्रेस के चालक ने रेल पटरी पर युवक व युवती के कटे शव पड़े देखकर खुरहंड रेलवे स्टेशन पर सूचना दी। इस बीच ग्रामीण भी घटनास्थल पर पहुंच चुके थे। ग्रामीणों की सूचना पर आई पुलिस ने दोनों की पहचान गिरवां कस्बे के ग्राम रहूसत निवासी राममिलन यादव के 22 साल के बेटे अशोक उर्फ बउवा और पड़ोस में ही रहने वाली 18 साल की युवती के रूप में की। पुलिस की पूछताछ में युवती के चाचा ने बताया कि दोनों के बीच तीन साल से प्रेमप्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन परिवार वाले राजी नहीं थे।

Posted By: Inextlive