डॉक्टर ने पत्नी, बेटा और बेटी को उतारा मौत के घाट
कानपुर(ब्यूरो)। कल्याणपुर थाना क्षेत्र स्थित डिविनिटी अपार्टमेंट में सनसनीखेज वारदात हुई। अपार्टमेंट में रहने वाले डॉक्टर पिता ने अपन टीचर पत्नी, बेटे और बेटी की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। आरोपी डॉक्टर ने शाम को भाई को मैसेज करके पुलिस को वारदात की सूचना देने के लिए कहा। मैसेज पढऩे के बाद भाई अपार्टमेंट पहुंचा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोडक़र अंदर पहुंचे तो तीनों के शव अलग-अलग कमरों में पड़े मिले। पुलिस आयुक्त, डीसीपी पश्चिम समेत कई सीनियर अधिकारी फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे और इविडेंस कलेक्ट किए। मौके से दस पन्ने का एक लेटर भी मिला है जिसमें आरोपी डॉक्टर ने डिप्रेशन के चलते कदम उठाने की बात लिखी है।
फ्लैट नंबर 501
इंदिरा नगर स्थित डिविनिटी होम्स अपार्टमेंट की पांचवी मंजिल में रहने वाले डॉ। सुशील कुमार मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक मेडिसिन के विभागाध्यक्ष हैं। उनकी 50 साल की पत्नी चंद्रप्रभा शिवराजपुर के प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं। 21 साल का बेटा शिखर दिल्ली के एक इंस्टीट््यूट से इंजीनियङ्क्षरग की ऑनलाइन तैयारी कर रहा था। वहीं 16 साल की बेटी खुशी वुडबाइन स्कूल में हाईस्कूल की छात्रा थी। फ्राईडे शाम सुशील ने हथौड़े से सिर पर वार कर पत्नी चंद्रप्रभा, बेटे शिखर व बेटी खुशी का गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद आरोपी सुशील ने मामले की जानकारी अपने जुड़वां भाई कानपुर देहात के रूरा पीएससी में तैनात डॉक्टर सुनील को मैसेज के जरिए दी। जिसके बाद सुनील घटनास्थल पहुंचे।
सुनील के मुताबिक भाई सुशील लंबे समय से डिप्रेशन का शिकार थे। उनका इलाज भी चल रहा था। कोविड संक्रमण हो या कोई भी बड़ी बात होने पर वह बहुत जल्दी परेशान हो जाते थे। डेल्टा वैरियंट आने पर भी परेशान हो गए थे। कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन से भी परेशान थे। भाई सुनील ने बताया कि भाई ने छह महीने पहले और दो दिन पहले भी पत्नी की गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया था। अक्सर वह कहते थे कि ऐसा लगता है कि इसकी हत्या कर दूं। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से इविडेंस कलेक्ट किए।
कार तक गया स्निफर डॉग
घटनास्थल पहुंचा स्निफर डॉग सीढिय़ों के रास्ते नीचे उतरा और नीचे लान तक जाने के बाद रुक गया। कुछ देर यहां घूमने के बाद वापस ऊपर गया। इसके बाद फिर बाहर निकलकर डॉक्टर सुशील की वैगन आर कार तक गया और वापस आ गया। वहीं दूसरी कार अपार्टमेंट के परिसर में खड़ी मिली।
डॉक्टर ने अपने पत्र मे लिखा कि अपनी लापरवाहियों के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना असंभव है। मेरा कोई भविष्य नहीं रहा। अत: मैं होशोहवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को भी खत्म कर रहा हूं। इसके लिए जिम्मेदार कोई और नहीं है। मैं लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया हूं। आगे का भविष्य कुछ नजर नहीं आता है। इसके अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं रहा। मैं अपने परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता। सभी को मुक्ति के मार्ग में छोडक़र जा रहा हूं। सारे कष्ट एक ही पल में दूर कर रहा हूं। अपने पीछे मैं किसी को कष्ट नहीं दे सकता। मेरी आत्मा मुझे कभी माफ नहीं करती।
डाक्टर द्वारा पत्नी और दो बच्चों की हत्या किए जाने की बात सामने आई है। आरोपी ने घटना को अंजाम देने के बाद भाई को मैसेज किया था। उसके मैसेज करने के आधार पर अभी उसके जीवित होने की संभावनाएं हैं। आरोपी की तलाश में तीन टीमें लगाई गई हैं। वहीं सर्विलांस की भी मदद ली जा रही है। मौके से दस पन्ने का एक पत्र मिला है जिसमें आरोपी ने खुद के डिप्रेशन में होने की बात लिखी है। फिलहाल कई ङ्क्षबदुओं पर छानबीन जारी है।
- असीम अरूण, पुलिस आयुक्त