जुर्माने की रकम से ट्रीटमेंट
-कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने वालों के जुर्माने से इकट्टा रकम पुलिस कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट पर खर्च करेगी
- अब तक 17 लाख रुपए वसूले, ऑक्सीजन, फ्लोमीटर, ऑक्सीमीटर और जरूरी दवाएं भी जरूरतमंद को मिलेंगी KANPUR: शहर में तांडव मचा रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार लॉकडाउन ने काफी हद तक रोक दी है। संक्रमितों की संख्या कम होने के साथ डेथ रेट भी नीचे आया है। हालांकि कुछ लापरवाह लोग अब भी कोरोना गाइडलाइंस को फॉलो नहीं कर हालात बिगाड़ रहे हैं। न तो वो मास्क पहन रहे हैं और न सोशल डिस्टिेंसिंग को फॉलो कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन के जुर्माने के आंकड़े भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। पुलिस अब जुर्माने की इस रकम को कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में खर्च करेगी। कोरोना से बचाव के लिए जरूरती संसाधन जुटाए जाएंगे। अभी तक जुर्माने की ये राशि यूपी आपदा फंड में जमा की जा रही थी।सभी को मिल सकेगा
बगैर मास्क और कोविड प्रोटोकॉल का पालन न करने वालों से पुलिस ने बीते 20 दिनों में 17 लाख रुपये जुर्माने के रूप में वसूल किए हैं। इनमें वाहनों का चालान भी शामिल है। अब इसी राशि से सरकार जिलों के लिए कोरोना किट का इंतजाम करेगी, जिसमें कोरोना से निपटने के सारे इंतजाम होंगे। इसमें ऑक्सीजन, फ्लोमीटर, ऑक्सीमीटर और जरूरी दवाएं भी शामिल हैं। वहीं जिलों की पुलिसलाइन में बनी कोविड कंट्रोल रूम में ऑक्सीजन बैंक, ब्लड बैंक और प्लाज्मा बैंक बनाया गया है। इसे जरूरत पड़ने पर पुलिसकर्मियों, उनके परिजनों के साथ आम आदमी को भी दिया जा सकेगा।
इस तरह मिलेगी मदद मार्च के लास्ट में कोरोना की दूसरी वेव शुरू हुई। जिसके बाद कोहराम मच गया। ऑक्सीजन, ऑक्सीमीटर, कोरोनाकिट, रेम्डेसिविर, ब्लड और प्लाज्मा की मारामारी हो गई। जीवनरक्षक उपकरणों की कालाबाजारी की जाने लगी। इनके दाम आमआदमी की पहुंच से दूर हो गए। लिहाजा लोग परेशान हो गए। पुलिस के पास इन सभी चीजों की सुविधा होने के बाद आपको डॉक्टर का पर्चा और आधार कार्ड देना होगा। साथ ही एक शपथनामा देना होगा। जिसमें दिए गए उपकरण की देखभाल करने की शपथ लेनी होगी। आपके इस्तेमाल के लिए आपको कोरोना के बचाव से संबंधित सामान मिल जाएगा। इस तरह रहे चालान और जुर्माना (वाहन और मास्क) समय चालान जुर्माना 20 से 25 अप्रैल 467 2,33,000 रुपये 26 से 30 अप्रैल 632 3,16,000 रुपये 01 से 05 मई 879 4,39,500 रुपये06 से 10 मई 1117 5,00,117 रुपये
कुल 20 दिन 3095 14,88,617 रुपये दुकानों के चालान से दो लाख पुलिस के साथ तमाम विभागों ने लॉकडाउन के दौरान खुली दुकानों में छापेमारी की। इस दौरान जिले में अलग-अलग इलाकों में सैकड़ों दुकानें खुली मिलीं। जिनसे पुलिस और दूसरे विभागों ने भी करीब दो लाख रुपए जुर्माना वसूला। इस रकम को भी कोरोना ट्रीटमेंट के लिए यूज किया जाएगा। (सभी आंकड़े पुलिस की कोरोना सेल से मिले) 3400 सिलेंडर रीफिल हो सकते बीस दिन में 17 लाख रुपये की वसूली। ऑक्सीजन के एक बड़े सिलेंडर की रीफि¨लग की कीमत 500 रुपये होती है। यानी 3400 बड़े सिलेंडर जुर्माने की इस राशि से रीफिल किए जा सकते थे। 8500 छोटे सिलेंडर रीफिल हो सकते थे। हालांकि कार्रवाई के दौरान पुलिस का दूसरा चेहरा भी सामाने आया। जिसमें पुलिस भूखों को खाना खिलाते दिखाई दी। हाथ जोड़कर कोविड के नियमों का पालन कराने का निवेदन भी किया। जुर्माने की राशि से कोविड मरीजों की मदद के लिए काम करने का शासन का निर्देश है। जिसके मुताबिक काम किया जा रहा है। असीम अरुण, सीपी कानपुर