120 की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें
-अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट में इलेक्ट्रिक ट्रेनों को ग्रीन सिग्नल
-डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेंगी ट्रेनें, ट्रेनों की बढ़ जाएगी स्पीड, कम समय में पूरा होगा सफर -ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन का काम एक साल पहले हो चुका है पूरा, रूट के लाखों पैसेंजर्स को होगा फायदा KANPUR: कानपुर अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट अब हांफेगा नहीं। दरअसल, रेलवे बोर्ड से इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनों दौड़ाने की हरी झंडी मिल गई है। अभी दिल्ली से वाया मथुरा-कासगंज होकर फर्रुखाबाद से कानपुर की तरफ आने और अनवरगंज से इस ओर जाने वाली इलेक्ट्रिक ट्रेनों में कासगंज या कानपुर सेंट्रल में इंजन चेंज कर डीजल इंजन लगाया जाता है। इसमें आधा घंटे से अधिक समय तक गाड़ी खड़ी रहती है। इससे पैसेंजर्स परेशान होते हैं। अब पैसेंजर्स का समय वेस्ट नहीं होगा। साथ ही रेलवे की भी इंजन बदलने की समस्या खत्म हो जाएगी। ट्रेनों की स्पीड में आएगा सुधारकल्याणपुर से फर्रु खाबाद तक रूट इलेक्ट्रिक न होने की वजह से अभी तक डीजल इंजन से ही पैसेंजर व गुड्स ट्रेनों का संचालन होता था। इसकी वजह से रूट में ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 70 किमी प्रति घंटे की होती है। जब इस रूट पर इलेक्ट्रिकल इंजन के माध्यम से ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा तो ट्रेनों की स्पीड में काफी सुधार आएगा। ट्रेनें अपनी मैक्सिमम स्पीड 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकेंगी। अनवरगंज -फर्रुखाबाद रूट की ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए रेल ट्रैक का काम भी जोरों से चल रहा है।
बिल्हौर तक चलेंगी मेमू ट्रेन अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट इलेक्ट्रिक होने से इस रूट में मेमू ट्रेनों का संचालन भी शुरू होने का रास्ता साफ हो गया। अभी कल्याणपुर स्टेशन तक ही ओएचई लाइन होने की वजह से लखनऊ-कानपुर मेमू का संचालन कल्याणपुर स्टेशन तक होता था। इस रूट में इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू करने की मंजूरी मिलने के बाद अब मेमू ट्रेनों का संचालन बिल्हौर तक या उसके आगे तक हो सकेगा। कानपुराइट्स की सुविधा को देखते हुए रेलवे इस रूट में मेमू लोकल ट्रेनों का संचालन भी नार्मल दिनों में शुरू करेगा। पांच वर्षो से चल रहा था कामरेलवे अधिकारियों की माने तो अनवरगंज-फर्रुखाबाद-कासगंज रूट पर इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क बीते पांच वर्षो से चल रहा था। इसको तीन खंड में पूरा किया गया है। पहले खंड में रेलवे ने कासगंज से फर्रुखाबाद तक इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन किया। दूसरे और तीसरे खंड में कासगंज से फर्रुखाबाद और फर्रुखाबाद से कल्याणपुर तक काम लगभग एक साथ कम्पलीट हुआ था। बीते छह माह पूर्व सीआरएस की टीम ने इसका इंस्पेक्शन कर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन करने की हरी झंडी देकर रेलवे बोर्ड को रिपोर्ट सौंप दी थी। जिसको रेलवे बोर्ड ने भी हाल ही में मंजूरी दे दी है।
मंधना-बिठूर रूट पर चलेंगी ट्रेनें इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया की मंधना-बिठूर रेल रूट का भी पूरा काम हो चुका है। इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क को लेकर सीआरएस इंस्पेक्शन भी हो चुका है। कोरोना की वजह से इस रूट में अभी ट्रेनों का संचालन नहीं हो पाया है। कोरोना से हालात में सुधार होने के बाद मंधना-बिठूर रेल ट्रैक में एक बाद फिर से ट्रेनों का संचालन शुरू करने की उम्मीद है। इसके चालू होने से बिठूर गंगा स्नान जाने वाले लाखों लोगों को काफी राहत मिलेगी। अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलेंगी। पैसेंजर्स की सुविधाओं को देखते हुए ही इस रूट का इलेक्ट्रिफिकेशन रेलवे बोर्ड ने कराया है। हजारों पैसेंजर्स इस रूट पर डेली चलने वाली एक दर्जन से अधिक ट्रेनों में जर्नी करते हैं। राजेंद्र सिंह, पीआरओ, इज्जतनगर डिवीजन