दिल्ली-हावड़ा रूट के ट्रैक व सिग्नल और होंगे हाईटेक, दुघर्टना बचाने का प्रयास
कानपुर(ब्यूरो)। बिहार में नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घनाग्रस्त होने के बाद अब दिल्ली-हावड़ा रेल रूट को और सेफ करने की प्लानिंग रेलवे अधिकारी बना रहे हैं। इसके लिए रेल ट्रैक, उसकी गोलाई, सिग्नल, लेवल क्रॉसिंग गेट व ट्रैक बदलने वाले प्वाइंट्स पर गहन अध्ययन किया जा रहा है। थर्सडे व फ्राइडे को रेलवे की टीम ने प्रयागराज से कानपुर के बीच संरक्षा आडिट कर रिपोर्ट तैयार की है। इसमें हर जगह खामियां दूर कर बेहतरी लाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे।
दो दिन का था निरीक्षण प्रोग्राम
प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी पूर्व रेलवे राम बहादुर राय की अध्यक्षता में टीम ने 12 व 13 अक्टूबर को एनसीआर के प्रयागराज डिवीजन की संरक्षा आडिट की। थर्सडे को प्रयागराज स्टेशन पर स्थित क्रू लाबी, लोको पायलट विश्राम गृह, कोच अनुरक्षण डिपो, रेल ट्रैक, रेल प्वाइंट्स व क्रासिंग, सिग्नल रिले रूम, दुर्घटना राहत गाड़ी का निरीक्षण किया गया। फ्राइडे को टीम ने प्रयागराज से कानपुर के बीच निरीक्षण कर स्थिति समझी। फतेहपुर स्टेशन पर स्टेशन, रेलवे फाटक, सिग्नल रिले रूम, ट्रैक, उसकी गोलाई आदि देखी। इसके बाद सेंट्रल पर स्टेशन मास्टर कार्यालय, सिग्नल रिले रूम, क्रू लाबी, यार्ड, रेल ट्रैक, लेवल क्रॉसिंग गेट, दुर्घटना राहत गाड़ी का निरीक्षण किया। सेंट्रल स्टेशन के डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह, एसीएम संतोष कुमार त्रिपाठी ने सुरक्षा से जुड़े बिंदुओं पर पड़ताल की।
बिहार में नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस हादसे के बाद गड़बड़ाया ट्रेनों का संचालन सैटरडे को काफी सुधर गया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन मुगलसराय से डायवर्ट रूट से दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनें गुजारी गईं। सैटरडे तक संचालन सामान्य होने की पूरी उम्मीद है। रेलवे अधिकारी इसके लिए काम कर रहे हैं।