तीन दिनों के अंदर खाकी तीसरी बाद शर्मसार हुई है. इस बार तो दाग खून के लगे हैं. फरवरी में बर्रा से लापता नर्स शालिनी की हत्या हो चुकी है. हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका ही प्रेमी हेड कांस्टेबल है. फरवरी में आरोपी नर्स को घुमाने के बहाने से एटा ले गया था. जहां उसने अपने साथी के साथ मिलकर शालिनी की हत्या कर लाश एक सूखे कुएं में डाल दी थी. एटा पुलिस ने शव का अज्ञात में अंतिम संस्कार भी करा दिया था.

कानपुर (ब्यूरो)। तीन दिनों के अंदर खाकी तीसरी बाद शर्मसार हुई है। इस बार तो दाग खून के लगे हैं। फरवरी में बर्रा से लापता नर्स शालिनी की हत्या हो चुकी है। हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका ही प्रेमी हेड कांस्टेबल है। फरवरी में आरोपी नर्स को घुमाने के बहाने से एटा ले गया था। जहां उसने अपने साथी के साथ मिलकर शालिनी की हत्या कर लाश एक सूखे कुएं में डाल दी थी। एटा पुलिस ने शव का अज्ञात में अंतिम संस्कार भी करा दिया था। सैटरडे को बर्रा पुलिस ने सर्विलांस की मदद से हेड कांस्टेबल और उसके साथी को गिरफ्तार किया तो पूरी वारदात का खुलासा हुआ। हत्यारोपी का कहना है कि शालिनी गले पड़ गई थी और शादी का दबाव बना रही थी, इसलिए मार डाला।

बर्रा थाने में तैनाती के दौरान
मूलरूप से एटा के मोहल्ला गांधीनगर जैथरा निवासी मनोज कुमार पुलिस में सिपाही है। तीन साल पहले वह बर्रा थाने में तैनात था। ओ ब्लॉक तात्याटोपे नगर में रहता था। इसी दौरान मनोज की नर्स शालिनी तिवारी से जान पहचान हो गई। धीरे धीरे मामला प्रेम प्रसंग तक पहुंच गया। सोर्सेस के मुताबिक, दोनों लिवइन में रहने थे। मामला और आगे बढ़ा तो शालिनी मनोज पर शादी का दबाव बनाने लगी जबकि मनोज पहले से शादीशुदा था। वह शालिनी को झांसा देता रहा और शादी की बात टालता रहा। मनोज ने अपना ट्रांसफर एटा करा लिया। शालिनी वहां भी पहुंचने लगी। जब शालिनी शादी के लिए अड़ गई तो मनोज ने उसे रास्ते से हटाने की स्क्रिप्ट तैयार की।

इस तरह से दिया वारदात को अंजाम

फरवरी के फस्र्ट वीक में मनोज कानपुर आया था और प्लान के मुताबिक शालिनी को शादी करने और घुमाने का झांसा देकर अपने साथ एटा ले गया। उसके साथ उसका दोस्त सचेंडी के राम सिंह का पुरवा निवासी राहुल भी था। दोनों ने शालिनी की गला घोटकर हत्या करने के बाद एटा में ही लाश सूखे कुएं में फेंक दी थी और दोनों वापस कानपुर आ गए। मनोज ने शालिनी का मोबाइल सिम सहित अपने साथी राहुल कुमार को देकर अयोध्या भेज दिया और कहा था कि अयोध्या में मोबाइल ऑन कर किसी नाले में फेंक देना। जिससे पुलिस को गुमराह किया जा सके और पुलिस शालिनी को अयोध्या में तलाशती रहे। आरोपियों के पास से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई कार और गमछा भी बरामद किया है।

परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी

पुलिस का कहना है कि फरवरी में बर्रा से एक नर्स शालिनी लापता हो गई थी। वह एक निजी अस्पताल में काम करती थी। वह परिवार से अलग रहती थी और उसका घर भी आना जाना कम था। फैमिली मेंबर्स ने उसके गायब होने की जानकारी पुलिस को देकर पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शालिनी का शव एटा के एक कुएं से बरामद हुआ था। जिसके बाद से पुलिस इस मामले के खुलासे मेें लगी हुई थी। मामले में सिपाही मनोज कुमार और उसके साथी राहुल कुमार को गिरफ्तार किया गया है।

ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
कहा जाता है कि क्रिमिनल कितना भी शातिर और चालाक क्यों न हो। कुछ न कुछ सुराग पुलिस के लिए छोड़ ही जाता है। बिल्कुल यही इस मामले में भी हुआ। दरअसल जब राहुल शालिनी का मोबाइल लेकर नष्ट करने के लिए अयोध्या पहुंचा तो उसने बीच में एक बार मोबाइल ऑन कर दिया था। इधर जब फैमिली मेंबर्स की गुमशुदगी की तहरीर पर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी तो शालिनी की कॉल डिटेल सिपाही मनोज की कॉल डिटेल से मैच कर गई। वहीं 20 फरवरी को एटा के सूखे कुएं में मिली लाश का मनोज के कनेक्शन को लेकर जांच शुरू हुई। बाकी काम सर्विलांस, सीसीटीवी और कॉल डिटेल ने पूरा कर दिया।

Posted By: Inextlive