- डॉक्टर्स बोले बर्न इंजरी में भी 20 परसेंट तक केसेस में म्यूकर माइकोसिस डेवलप होने का खतरा

- ज्यादा गर्म भाप से म्यूकस लेयर डेमैज होने का खतरा, लोकल इंफेक्शन से लड़ने को कमजोर करती है इम्यूनिटी

KANPUR: कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस के शिकार होने वाले लोगों में इसकी वजहों को लेकर भी अब चर्चा तेज है। ट्रीटमेंट में इंडस्ट्रियल ग्रेड की ऑक्सीजन का यूज, एक्सेसिव स्टेरॉयड के प्रयोग को इसकी वजह माना जा रहा है। वहीं अब डॉक्टर्स ब्लैक फंगस के डेवलप होने की एक और वजह बता रहे हैं। कोरोना संक्रमण के ट्रीटमेंट के दौरान लोग इसका भी काफी प्रयोग करते हैं, लेकिन इसके अत्यधिक इस्तेमाल के भी खतरे हैं। हम बात कर रहे हैं स्टीम इनहेलेशन की। ज्यादा गर्म भाप बार बार लेने से भी म्यूकर माइकोसिस का खतरा बढ़ता है।

डॉक्टर्स का मानना है कि बर्न इंजरी के मामलों में 10 से 20 फीसदी पेशेंट्स में म्यूकर माइकोसिस का संक्रमण भी हेाता है। ज्यादा बार गर्म भाप लेने से शरीर में मौजूद बेहद नाजुक म्यूकस लेयर को नुकसान पहुंचता है। यह लेयर लोकल इंफेक्शन के खिलाफ एक प्रोटेक्टिव लेयर का काम करती है।

स्टडी ने किया दावे को पुख्ता

सीनियर पीडियाट्रिशियन व बच्चों के सांस रोगो के विशेषज्ञ डॉ.राज तिलक बताते हैं कि ज्यादा भाप लेने के भी नुकसान हैं। और इससे म्यूकर माइकोसिस के संक्रमण की भी संभावना हेाती है। इसकी पुष्टि इंदौर और कोच्चि में पिछले दिनों कोरोना पेशेंट्स के इलाज के दौरान हुई स्टडी में भी हुई है। 210 पेशेंट्स पर हुई इस स्टडी में एक्सेसिव स्टीम इनहेलेशन के नुकसान मिले हैं। ज्यादा बार और ज्यादा गर्म स्टीम लेने से बेहद नाजुक म्यूकस लेयर डैमेज होती है। यही लेयर शरीर को लोकल इंफेक्शन से बचाती है।

इम्यूनिटी में ब्रीच

डॉ। तिलक बताते हैं कि स्टीम इनहेलेशन अपर रेस्पेरेटरी ट्रैक में कंजेशन व कोल्ड में तो कारगर होता है, लेकिन निमोनिया में इसका फायदा नहीं होता। कोरोना संक्रमण में माइल्ड व मॉडरेटेड मामलों में स्टीम लेने की सलाह दी जाती है,लेकिन कुछ मामलों में देखा गया है कि लोग काफी ज्यादा गर्म पानी से दिन में कई कई बार स्टीम लेते हैं। जोकि सही नहीं है। इससे सरफेज एंटीबॉडी आईजीए कैटेगरी व लोकल इम्यूनिटी सेल डैमेज हो जाते हैं। इस नेचुरल डिफेंस सिस्टम के डैमेज होने से इंफेक्शन का ब्रीच हो जाता है।

बचाव के लिए क्या करें-

- डॉक्टर की सलाह के मुताबिक दिन में दो से तीन बार से ज्यादा भाप न लें

- बिल्कुल खौलते हुए पानी में ज्यादा देर तक भाप लेने से बचें

- ज्यादा भाप लेने से जलन या मुंह में छाला पड़ता है तो डॉक्टर से सलाह लें।

- भाप लेने के लिए पानी में अनावश्यक चीजें न मिलाएं

बर्न इंजरीज में भी म्यूकर माइकोसिस के इंफेक्शन का खतरा होता हैं। हाल में हुई स्टडी में भी इसकी पुष्टि हुई है। एक्सेसिस स्टीम इनहेलेशन से प्रोटेक्टिव लेयर को डैमेज कर सकता है। जिससे लोकल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।

- डॉ। राजतिलक, सीनियर पीडियाट्रिशियन, पीडियाट्रिक रेस्पेरेटरी एक्सपर्ट

Posted By: Inextlive