शहर की दुकानों में खाने-पीने की चीजों में मिलावट का बड़ा खेल चल रहा है. दूध पनीर मिठाई दही घी दाल खोया तेल समेेत अन्य चीजों मिलावट तो होती है लेकिन असली और मिलावटी पहचानना मुश्किल है. मिलावटी खाद्य सामग्र्री लोगों कीसेहत भी बिगाड़ रही है. पिछले छह महीने में फूड सेफ्टी अमले ने खाने-पीने की चीजों के 634 सैंपल लिए भी लेकिन 48 प्रतिशत सैंपल फेल पाए गए. ऐसे में दैनिक जागरण आईनेक्सट ने आपके लिए एक खास रिपोर्ट तैयार की है. जिसे पढ़कर आप काफी हद तक रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाले सामग्री के असली और मिलावट को परख सकेंगे.


कानपुर (ब्यूरो) लजीज व्यंजन को देख अक्सर हम अपने आप को रोक नहीं पाते हैं और बड़े चाव से खाते हैं, व्यंजन में शुद्धता के बारे में नहीं पता लगता है, लेकिन यही खानपान में कितनी मिलावट होती है इसका अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल होता है। एक्सपर्ट का कहना है कि खानपान के सामान में मिलावट, केमिकल का इस्तेमाल और गंदगी से बनाने पर पेट से संबंधित कई दिक्कतें आती है।

Posted By: Inextlive