आईआईटी कानपुर के कोटक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी में पद्म भूषण और पद्मश्री डॉ. अनिल प्रकाश जोशी का लेक्चर हुआ. प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और हिमालयन एनवायरनमेंटल स्टडीज एंड कंजर्वेशन ऑर्गनाइजेशन हेस्को के फाउंडर डॉ. जोशी ने बैलेंसिंग इकोनॉमिकल डेवलपमेंट विथ इकोलॉजी टॉपिक पर लेक्चर दिया.

कानपुर (ब्यूरो)। आईआईटी कानपुर के कोटक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी में पद्म भूषण और पद्मश्री डॉ। अनिल प्रकाश जोशी का लेक्चर हुआ। प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और हिमालयन एनवायरनमेंटल स्टडीज एंड कंजर्वेशन ऑर्गनाइजेशन (हेस्को) के फाउंडर डॉ। जोशी ने बैलेंसिंग इकोनॉमिकल डेवलपमेंट विथ इकोलॉजी टॉपिक पर लेक्चर दिया। संस्थान प्रवास के दौरान, डॉ। जोशी ने एयर क्वालिटी इंडीकेटर की निगरानी के लिए बने सेंटर आफ एक्सीलेंस आत्मन और सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स ऑन आर्टफिशियल इन्टेलीजेन्स फॉर सस्टेनेबल सिटीज के इनोवेटर्स और रिसर्चर्स के साथ बातचीत की। उन्होंने प्लांटेशन भी किया।

संतुलन की आवश्यकता

अपने लेक्चर में डॉ। जोशी ने सस्टेनेबल नेशनल डेवलपमेेंट को प्राप्त करने के लिए अर्बन शहरी और रूरल इकोनॉमिक प्रोसेस के बीच संतुलन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने शहरीकरण और संसाधन उपभोग से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक-दूसरे की ताकत का लाभ उठाते हुए अर्बन और रूरल एरिया के बीच सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही साथ कोटक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी, आईआईटी कानपुर और हेस्को के बीच एक एमओयू भी हुआ।

लीडरों को सस्टेनेबल प्रैक्टिस के लिए शिक्षित

आईआईटी डायरेक्टर प्रो। मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा कि यह लेक्चर इकोनॉमिक डेवलपमेंट और पारिस्थितिकी संरक्षण के बीच संतुलन बनाने पर उनकी अंतर्दृष्टि अमूल्य है, क्योंकि हम नेक्स्ट जेनरेशन के लीडरों को सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज के बारे में शिक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। स्कूल के डीन प्रो। एसएन त्रिपाठी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उनका व्यापक अनुभव और जुनून हमारे मिशन के अनुरूप है।

Posted By: Inextlive