कड़ी मेहनत के बारे में मजदूर और उसके परिजन से ज्यादा कौन जानता होगा. एक तरफ मजदूर पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए ट्रांसपोर्ट कंपनी में कड़ी मेहनत कर रहे थे तो वहीं उनका बेटा पिता के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए पढ़ाई में जी जान से जुटा था और आखिर मेहनत सफलता के रंग में बदल गई. सागरपुरी निवासी आयुष पांडेय ने हाईस्कूल में 97 प्रतिशत माक्र्स पाकर शहर में तीसरा स्थान हासिल किया. जबकि प्रदेश में 7वीं रैंक हासिल की है.


कानपुर (ब्यूरो) नौबस्ता के पारितोष इंटर कालेज के छात्र आयुष ने बताया कि पिता ट्रांसपोर्ट कंपनी में मजदूरी करते हैं। उसी आय से परिवार का भरण पोषण व भाई-बहन की पढ़ाई का खर्च उठाते हैं। आयुष ने बताया कि आईएएस अधिकारी बनने का सपना है। पिता की मेहनत, संस्कार और विद्यालय के शिक्षकों के मार्गदर्शन से यह परिणाम आया है। आयुष की बहन प्रिया ने 15 दिन पहले ही सीजीएल के परिणाम में सफलता पाई है।

Posted By: Inextlive