6 दिन से हैलट में भर्ती हैवानियत की शिकार तीन साल की मासूम ने तोड़ दिया दम
कानपुर (ब्यूरो)। हैलट में पिछले 6 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रही मासूम आखिरकार हार गई। चकेरी में रेप पीडि़त को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान शनिवार को हैलट में मौत हो गई। बीते सोमवार को इलाके में रहने वाले दूसरे समुदाय का 10 वर्षीय बालक, मासूम को साइकिल से ले गया था। इस दौरान बालक ने मासूम के साथ गलत हरकत को अंजाम दिया और जब उधर से गुजर रही महिलाओं ने टोका को बच्ची को फेंककर वह भाग गया, जिससे बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
पेट की आंत फट गई थी
चकेरी निवासी पीडि़त मजदूर के परिवार में तीन बेटियां और एक बेटा है। पीडि़त परिवार के अनुसार बीते 22 मई को को उनके परिवार की तीन वर्षीय बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान इलाके में रहने वाला 10 वर्षीय बालक साइकिल से ले गया था। इस दौरान बालक मासूम को खाली प्लाट में ले जाकर गलत हरकत कर रहा था। इस बीच वहां से गुजर रही एक महिला ने बालक को गलत हरकत करते हुए टोका तो वह बच्ची को धक्का देकर भाग गया। नाली के पास गिरने के कारण बच्ची के पेट की आंत फट गई थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हैलट अस्पताल के बाल रोग विभाग में डाक्टर यशवंत राव के देखरेख में उसका इलाज चल रहा था। पिछले दिनों मासूम के पेट की आंत का आपरेशन हुआ था। पिछले छह दिनों से बच्ची ङ्क्षजदगी और मौत से संघर्ष कर रही थी। शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे बच्ची ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। तैनात रही फोर्स
थाना प्रभारी रत्नेश ङ्क्षसह ने बताया कि मासूम और बालक दोनों अलग-अलग समुदाय से है। बालक द्वारा किया गया कृत्य जघन्य अपराधों की श्रेणी में आता है। इस तरह की घटनाओं से दो समुदाय के बीच माहौल बिगडऩे की आशंका रहती है। जिसको देखते हुए इलाके में पुलिस बल के दो क्यूआरटी टीम तैनात की गई है। साथ ही मासूम के परिवार की सुरक्षा में भी पुलिस बल तैनात है।
बालक का परिवार फरार
घटना के बाद से इलाकाई लोगों में बालक के परिवार के प्रति रोष देखने को मिला। साथ ही पीडि़त परिवार के प्रति भावनात्मक जुड़ाव। इस दौरान बच्चे को लेकर कई जानकारियां सामने आई कि वह स्वभाव से क्रूर है और अपनी उम्र से अधिक वह व्यवहार करता है। इससे इलाकाई लोगों में बालक के परिवार के प्रति गुस्सा है। उनका मानना है कि परिवार द्वारा देखभाल न किए जाने की वजह से ऐसी घटना सामने आई। स्थानीय विरोध को देखते हुए बच्चे का पूरा परिवार वहां से फरार हो गया है।