सॉल्वर गिरोह मामले में तीन और नाम
- गिरोह का सरगना पुलिस के रडार से दूर
- एक आरोपी की लखनऊ में दर्ज है गुमशुदगी KANPUR: नीट और यूपी कैटेट में सॉल्वर गैंग के भंडाफोड़ करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। कानपुर पुलिस ने लखनऊ के जिस आरोपी को जेल भेजा है, उसकी वहां गुमशुदगी दर्ज है। न्यूज पेपर में खबर पढ़ने के बाद परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया। तब उनको इसकी जानकारी हुई। जिस दिन पुलिस ने उसको उठाया था परिवार वालों ने उसी दिन उसकी लापता होने की रिपोर्ट लिखाई थी। मामले की जांच में तीन नाम और सामने आए हैं। जिनको पुलिस ने आरोपी बनाया है। बजरिया थाने ने किया था खुलासाबजरिया पुलिस ने 30 सितंबर को सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने डॉ। अवध बिहारी, डॉ। सचिन मौर्य, अमित जायसवाल, राकेश वर्मा, महफूज, बेदरतन और धीरेंद्र को अरेस्ट कर जेल भेजा था। एडवोकेट शिवकांत दीक्षित ने बताया कि वेदरतन लखनऊ के गोमती नगर इलाके का रहने वाला है। 28 सितंबर को बेदरतन को कानपुर पुलिस ने उठाया है। मगर इसकी जानकारी परिजनों को नहीं दी थी। दूसरे दिन तक जब बेदरतन का कुछ पता नहीं चला तो परिवार वालों ने गोमती नगर थाने में बेदरतन की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इधर तीस सितंबर को कानपुर पुलिस ने सॉल्वर गैंग का खुलासा किया। अखबारों में जब इसकी खबर पढ़ी तब बेदरतन के परिजनों को इसकी जानकारी हुई। उसके बाद उन्होंने कानपुर पुलिस से संपर्क किया।
तीन नाम बढ़े, सरगना दूर खुलासे के वक्त पुलिस ने गैंग के सरगनगा भोला शंकर, सतेंद्र और जानकी त्रिवेदी को फरार बताया था। तब से इन आरोपियों का पुलिस सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस की जांच में तीन अन्य नाम सामने आए। जिसमें साहिल सोनकर, शैलेश और अनूप पटेल शामिल थे। पुलिस ने इन सभी को भी आरोपी बनाया है। सीओ सीसामऊ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।