सिख विरोधी दंगे में जांच कर रही एसआईटी ने गुरुवार को तीन और गिरफ्तारियां कीं. इसमें दो गिरफ्तारियां पनकी में दोहरे हत्याकांड से संबंधित हैं जबकि पूर्व पार्षद कैलाश पाल के सगे छोटे भाई को एसआईटी ने ई-ब्लाक दबौली में सात सिखों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. इन्हें मिलाकर अब तक 22 लोगों को एसआईटी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.


कानपुर (ब्यूरो) डीआईजी एसआइटी बालेंदु भूषण ने बताया कि एसआईटी ने पनकी के दोहरे हत्याकांड में 67 साल के चंद्रप्रताप ङ्क्षसह निवासी एमआईजी, बी ब्लाक पनकी और 61 साल के गुड्डू उर्फ अनिल निगम निवासी बी ब्लाक पनकी को गिरफ्तार किया है। पनकी में दंगाइयों ने सरदार स्वर्ण ङ्क्षसह और उनके बेटे सरदार गुरुजेंदर ङ्क्षसह को ङ्क्षजदा जला दिया था। मृतक परिवार की कंवलजीत कौर की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था।

कोर्ट में पेश किया
गोङ्क्षवद नगर थानाक्षेत्र के ई-ब्लाक दबौली में विशाखा ङ्क्षसह और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले में पुलिस ने 66 साल के दबौली निवासी रामचंद्र पाल को गिरफ्तार किया है। रामचंद्र इसी मामले में दो दिन पहले जेल भेजे गए पूर्व पार्षद कैलाश पाल का भाई है। एसआईटी ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इन्हें मिलाकर एसआईटी अब तक चिन्हित 69 आरोपियों में से 22 को जेल भेज चुकी है।

Posted By: Inextlive