थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में तीन भाइयों की मौत हो गई थी. शुक्रवार देर शाम पोस्टमार्टम के शव गांव पहुंचे. शनिवार की सुबह एक साथ तीनों भाइयों का अर्थी उठी तो गांव में हाहाकार मच गया. ग्रामीण तीन बेटों की अर्थी का बोझ उठाने वाले पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाते रहे.


कानपुर (ब्यूरो) दरअसल, थाना क्षेत्र के धरमपुर बंबा के पास बीते गुरुवार की देर रात ट्रक और लोडर की आमने-सामने भिड़ंत हो गई थी। इसमें हिरनी गांव निवासी तीन भाइयों सतीश (30), सुनील (22) और नरेंद्र (35) की मौत हो गई थी। तीनों भाई शटरिंग लगाने का काम करते थे। गुरुवार देर रात भी वह कानपुर से शटरिंग लगाकर घर वापस लौट रहे थे। बीती देर शाम तीनों भाइयों के शव पोस्टमॉर्टम के बाद गांव पहुंचे।

ड्योढ़ी घाट में अंतिम संस्कार
शनिवार की सुबह उनका अंतिम संस्कार ड्योढ़ी घाट में हुआ। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात रहा। हिरनी गांव में एक घर से तीन भाइयों के शव उठे तो कोहराम मच गया। यहां पर लोगों की सैकड़ों की संख्या में भीड़ मौजूद रही। इस दौरान सभी की आंखे नम हो गईं। शव उठते ही हर तरफ चीख पुकार मच गई। गांव की महिलाएं एक दूसरे को ढांढस बंधाती रही।

Posted By: Inextlive