धनतेरस के मौके पर कानपुराइट्स ने साल की सबसे बड़ी शापिंग कर डाली. बाजारों में सुबह से रात तक दिवाली की खरीददारी का दौर चलता रहा. बाजार के विशेषज्ञों की माने तो कानपुराइट्स ने धनतेरस पर इस बार एक हजार करोड़ से ज्यादा की खरीददारी कर डाली. कोरोना इफेक्ट के खत्म होने का असर बाजार पर साफ दिखाई पड़ा. शाम तक शहर में आटोमोबाइल शोरूम खाली हो गए.बिरहाना रोड चौक सर्राफा बाजार इन सब जगहों पर देर रात तक लोग खरीददारी के लिए पहुंचते रहे. नवीन मार्केट हो या सीसामऊ मेस्टन रोड हो या फिर गुमटी बाजार गोविंद नगर मार्केट हो या फिर पीपीएन मार्केट या फिर 80 फीट रोड और आर्यनगर. सभी बाजारों की मुख्य सड़कों में शाम के बाद पैर रखने की जगह नहीं बची.

कानपुर (ब्यूरो) धनतेरस के मौके शहर में रियल एस्टेट सेक्टर ने भी चांदी काटी। शहर में ढाई सौ करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त धनतेरस के मौके पर हुई। जमीन के साथ फ्लैटों की बिक्री हुई। 180 करोड़ रुपए तक का रियल एस्टेट सेक्टर में कारोबार होने का अनुमान इस सेक्टर के विशेषज्ञों का है। रजिस्ट्री आफिस में इस दौरान रजिस्ट्री कराने वालों की खासी भीड़ नजर आई। रियल एस्टेट कारोबारी कमलेश शर्मा ने जानकारी दी कि दिवाली के मौके पर काफी बुकिंग मिली साथ ही रजिस्ट्री भी हुई हैं।

सोने चांदी पर धनवर्षा
सिटी में धनतेरस के मौके पर सर्राफा बाजार पर भी खूब धनवर्षा हुई। पिछले साल के मुकाबले इस बार सर्राफा बाजार पर कोरोना और सोने की महंगाई का असर भी कम दिखा। देर रात तक बिरहाना रोड, नयागंज, चौक सर्राफा समेत शहर के प्रमुख सर्राफा प्र्रतिष्ठानों में लोग खरीददारी को जुटते रहे। कानपुर महानगर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज अरोरा से मिली जानकारी के मुताबिक शहर में धनतेरस के दौरान दो टन से ज्यादा चांदी की खपत हुई। इसमें चांदी के सिक्के और सामान शामिल है। इसके अलावा 150 किलो से ज्यादा की सोने की ज्वैलरी की भी ब्रिकी हुई। बुलियन गोल्ड की बात करें तो 10 किलो के करीब सोने की बिक्री हुई है। वहीं दूसरी सर्राफा एसोसिएशन के एक पदाधिकारी के मुताबिक बिल और बिना बिल के 200 करोड़ के करीब सोने, चांदी की बिक्री होने का अनुमान है। इसके अलावा 50 करोड़ से ज्यादा की डायमंड ज्वैलरी की भी बिक्री हुई है।

Posted By: Inextlive