18 लोगों की जिंदगी खत्म करने वाले पकड़े गए
- पुलिस ने बस के दोनों ड्राइवर्स व मालिक को किया गिरफ्तार
- दोनों ड्राइवर्स के मेडिकल में नहीं हो सकी शराब पीने की पुष्टि kanpur : सचेंडी में बीते मंगलवार को हुए हादसे में पुलिस ने दो ड्राइवर व टूरिस्ट बस के मालिक को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी न तो शातिर अपराधी थे और न ही तस्कर। फिर भी पुलिस के हाथ उन तक पहुंचने में छह दिन लग गए। सर्विलांस के साथ पुलिस की छह टीमें लगी थीं। इसके बाद भी गिरफ्तारी में इतनी देर लगना पुलिस की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। इस हादसे में 18 लोगों की जान चली गई थी। टूर एंड ट्रैवेल्स की बस सड़क पर खड़े डीसीएम को ओवरटेक करती हुई गलत साइड से आ रही टैम्पो लोडर से टकरा गई थी। कैसे साबित करेंगे कि ड्राइवर नशे में थापुलिस ने भौंती के पास ने मध्य प्रदेश शिवपुरी निवासी बस मालिक दीपक भार्गव, ग्वालियर के चंदन नगर निवासी ड्राइवर देवेंद्र और मध्य प्रदेश के गुना निवासी ब्रज भूषण को गिरफ्तार कर लिया। यहां आपको बता दें कि हादसे के दिन एक चौहान नाम का ड्राइवर और बताया गया था, पुलिस ने उसे अपनी स्क्रिप्ट से गायब कर दिया है। हादसे के दिन पुलिस को बताया गया था कि बस का स्टॉफ शराब पिए था। छह दिन बाद हुए मेडिकल के बाद अब ये बात साबित नहीं हो सकेगी कि बस का स्टाफ शराब पिए था। इसका सीधा फायदा पकड़े गए आरोपियों को मिल जाएगा। मेडिकल कराने के बाद तीनों को चौबेपुर की अस्थाई जेल भेज दिया गया।
पुलिस की लापरवाही या मजबूरी अब इसे पुलिस की लापरवाही कहें या मजबूरी कि छह दिन तक पुलिस 18 मौतों के जिम्मेदारों की तलाश न कर सकी। या यूं कहा जाए कि तीन दिन तक तो शातिर शरीर के शराब का अंश गायब करते घूमते रहे। पुलिस के मुताबिक शातिर कोर्ट में हाजिर होने के लिए कानपुर आए थे। जानकारी मिलने पर गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं पुलिस सूत्रों की माने तो पुलिस ने बस मालिक को तीन दिन पहले ही हिरासत में ले लिया था और ड्राइवर और कंडक्टर की तलाश की ड्रामेबाजी चल रही थी। जैसे ही पांच दिन पूरे हुए, पुलिस ने तीनों की लिखापढ़ी शुरू कर दी। आखिर मंडे को पुलिस ने तीनों की गिरफ्तारी दिखा दी।