आईआईटी कानपुर में जेईई एडवांस्ड न देने वालों को भी बीटेक में मिलेगा एडमिशन
कानपुर (ब्यूरो)। आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस (सीएस) डिपार्टमेंट के बीटेक कोर्स में एडमिशन के लिए अब जेईई एडवांस्ड पास करना ही मात्र जरिया नहीं है। आईआईटी डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर ने बताया कि सेशन 2024-25 से इंटरनेशनल ओलंपियाड (मैथ, केमिस्ट्री, सीएस और फिजिक्स सब्जेक्ट) पास करने वाले टॉप रैैंकर्स को बीटेक में एडमिशन दिया जाएगा। शुरुआत में सुपर न्यूमेरी सीट के तहत 5-10 सीटों पर इंटरनेशनल ओलंपियाड पास करने वालों को एडमिशन मिलेगा। इन एडमिशन के प्रोसेस के लिए गाइडलाइन आदि बनाई जा रही है। इस काम को न्यू एजूकेशन पॉलिसी के तहत किया गया है। वेडनसडे को आईआईटी में न्यू एजूकेशन पॉलिसी के तीन साल पूरे होने पर ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। कांफ्रेंस में डायरेक्ट्रेट आफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप के रीजनल डायरेक्टर जेडी मासिलमणि, ज्वाइंट डायरेक्टर जेसी साहा, केंद्रीय विद्यालय आईआईटी कानपुर के प्रिंसिपल रवीश चंद्र पांडेय, जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ। मनोज कुमार जैन, डीआईओएस सेकेंड मुन्नीलाल और सीबीएसई के कानपुर कोआर्डिनेटर बलविंदर सिंह ने एनईपी पर अपने अपने संस्थानो में हुए चेंजमेंट के बारे में बताया।
सीएस के अलावा अन्य डिपार्टमेंट्स से चल रही बात
इंटरनेशनल ओलंपियाड के तहत होने वाले एडमिशन में सीएस के अलावा अन्य डिपार्टमेेंट्स से भी बात चल रही है। डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर ने बताया कि एनईपी के तहत अब अब दो डिपार्टमेंट मिलकर इंटरडिसिप्लिनरी प्रोग्राम को चला सकते हैैं। इसके तहत बीटेक आफ टेक्नोलॉजी विथ मैनेजमेंट कोर्स को लागू किया गया है। यह कोर्स मैनेजमेंट और इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट मिलकर चला रहे हैैं। इसके अलावा एनईपी के तहत डिपार्टमेंट ऑफ कॉग्नेटिव साइंस, डिपार्टमेंट ऑफ सस्टेनेबल एनर्जी, डिपार्टमेंट ऑफ डिजाइन और डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस साइंस एंड एस्ट्रोनॉमी को स्टार्ट किया गया है। इसके अलावा कैंपस में बीटेक (ऑनर्स) कोर्स को स्टार्ट किया गया है।
क्लास नौ से 12 तक के स्टूडेंट्स को भी आईआईटी ट्रेंड करने का काम करेगा। डायरेक्टर प्रो। करंदीकर ने बताया कि आईआईटी स्कूली स्टूडेंट्स के लिए साथी पोर्टल तैयार कर रहा है। इस पोर्टल में एआई बेस्ड चैटबॉट होगा जो कि स्टूडेंट्स के सवालों के आंसर देगा। उसके अलावा उनका पर्सलन आकलन भी करेगा। दो महीने के अंदर पोर्टल को लांच कर दिया जाएगा। इसमें दी जाने वाली सारी फैसिलिटी आनलाइन होगी।
वोकेशनल और जनरल एजूकेशन को जोड़ा जा रहा
स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डायरेक्ट्रेट के रीजनल डायरेक्टर जेडी मासिलमणि ने बताय कि वोकेशनल एजूकेशन को जनरल एजूकेशन से जोड़ा जा रहा है। क्राफ्टमैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) के तहत रीनजल लैैंग्वेज मेें स्टडी को स्टार्ट किया गया है। सीटीएस की 100 बुक्स को इंडियन लैैंग्वेज में ट्रांसलेट भी किया गया है। ड्रोन टेक्नोलॉजी और 3डी प्रिंटिंग जैसे नए कोर्सों को लाया गया है। इसके अलावा एकेडमी इंडस्ट्री कोलैब्रेशन को भी बढ़ाया गया है।
केवी के स्टूडेंट पढ़ रहे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस
केवी आईआईटी के प्रिंसिपल रवीश चंद्र पांडेय ने कहा कि एनईपी का चेंज स्कूलों में दिखने लगा है। केवी में वोकेशनल स्टडीज को पढ़ाया जा रहा है, जिसमें स्टूडेंट्स आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समेत कई सब्जेक्ट्स को पढ़ रहे हैैं। इसके अलावा केवी में छोटे बच्चों के लिए बाल वाटिका को बनाया गया है। विद्यांजलि और निष्ठा जैसे टूल्स भी स्टूडेंट और टीचर्स का सहयोग कर रहे हैैं। वहीं साल के 10 दिन बैगलेस डे में कारपेंटरी और मिट्टïी के बर्तन बनाने की स्किल को सिखाया जा रहा है।
जेएनवी में ट्रांसजेंडर को भी मिलेगा एडमिशन
जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) कानपुर के प्रिंसिपल डॉ। मनोज कुमार जैन ने बताया कि जेएनवी में ट्रांसजेंडर को भी एडमिशन दिया जाने लगा है। इसके अलावा क्लास 6 में एडमिशन के लिए ऐज कैटेगरी को 09-13 वर्ष से संशोधित कर 11-13 वर्ष कर दिया है। इसके अलावा जेएनवी में तीन लैैंग्वेज सिखाई जा रही हैैं, जिसमेें हिंदी और अंग्रेजी के अलावा एक रीजनल लैैंग्वेज है।