हाथ-पैर बांधे फिर गला घोंटकर महिला की हत्या
कानपुर (ब्यूरो) जयगुरुदेव नगर निवासी 45 साल की लक्ष्मी देवी ब्यूटी पार्लर चलाती थीं। थर्सडे सुबह उनके पति अनोद कुमार ने हाईस्कूल में पढऩे वाली बेटी आकांक्षा को स्कूल छोड़ा और फिर रायपुरवा स्थित जूता कंपनी में काम करने चले गए। लक्ष्मी देवी घर पर अकेली थीं। नौबस्ता बंबा निवासी लक्ष्मी का भाई रमाकांत उनसे बात करने के लिए लगातार फोन कर रहा था लेकिन लक्ष्मी कॉल नहीं रिसीव कर रही थीं। तब रमाकांत दोपहर बाद लक्ष्मी के घर पहुंचे। घर का गेट खुला था तो वह भीतर गए। वहां पर धुआं ही धुआं भरा था। छत के बाथरूम में दस्तावेज जल रहे थे। जब वह वापस आए और पीछे आंगन की तरफ गए तो देखा कि लक्ष्मी का शव पड़ा हुआ था। बहन का शव पड़ा देख वह बदहवास हो गया।
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए एविडेंस
रमाकांत की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। रमाकांत ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन से उनकी बहन के सीने में दर्द हो रहा था। उसे आज कॉर्डियोलॉजी में दिखाने जाना था। इस वजह से वह अपनी बहन से संपर्क कर रहा था, लेकिन कॉल रिसीव न होने की वजह से वह घर आ गया, जहां बहन की डेड बॉडी देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
जब रमाकांत वहां पहुंचा था तब औंधे मुंह लक्ष्मी का शव पड़ा हुआ था। उसने बताया कि उसने शव को पलटकर सीधा किया था। दुपट्टे से हाथ और चादर से पैर बंधे हुए थे। गला दूसरे दुपट्टे से कसा गया था। सिर पर जख्म था। आशंका है कि गला कसकर ही मारा गया। हालांकि पोस्टमार्टम होने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी। फ्राइडे को पोस्टमार्टम होगा। वहीं पुलिस आशनाई और प्रॉपर्टी विवाद के एंगल से भी जांच कर रही है। एडिशनल सीपी ने ली जानकारी
सूचना पर डॉग स्क्वाॉयड भी मौके पर पहुंचा और कमरे से गंध सूंघकर आधा किलोमीटर दूर तक गया। जहां से स्निफर डॉग भी भ्रमित होकर दूसरी तरफ चला गया। मोहल्ले वालों ने पुलिस को बताया कि एक टीचर भी उनके घर में आते थे। जिसे देखते हुए पुलिस ने टीचर समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। मामले की जानकारी पर एडिशनल सीपी आकाश कुलहरि मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया।