बरामद हुए सिमकार्डों की डिटेल से खुलेगा राज
कानपुर (ब्यूरो) बीएसएनएल के दफ्तर में फर्जी आईडी लगा कर वीवीआईपी और वीआईपी मोबाइल नंबरों के सिमकार्ड निकलवाने का मामला सामने आने के बाद वहां के कर्मी इंद्रेश कुमार ने कूटरचित दस्तावेज तैयार करके धोखाधड़ी करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने दो आरोपियों महेंद्रगण हरियाणा के नारनौल सलामपुरा निवासी मोहित सैनी और नारनौल के बड़ावाल सैनी की ढाणी निवासी अनिल कुमार सैनी को फीलखाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से चार मोबाइल एंड्रायड और एक कीपैड फोन, दो डेबिट कार्ड पीएनबी व इंडियन बैंक, छह सिमकार्ड बीएसएनएल, एक सिम आइडिया, छह आईडी कार्ड, एक रेल पास, दो पैनकार्ड, तीन पासपोर्ट फोटो, 26 प्रपत्रो की छायाप्रति आदि बरामद हुए थे।
मोबाइल का डाटा करा रहे रिकवर
पुलिस की पूछताछ में सामने आया था कि आरोपियों ने सिमकार्ड खरीददारों के नंबर नहीं बताए थे। पूछने पर डिलीट करने की जानकारी हुई थी। उन नंबरों को हासिल करने के लिए पुलिस मोबाइलों का डाटा रिकवर करा रही है। 60 प्रतिशत डाटा रिकवर भी हो चुका है। जो शेष है उसे भी जल्द से जल्द रिकवर किया जाएगा।
यह पता लगाया जा रहा हैं कि जो सिमकार्ड आरोपितों के पास से बरामद हुए हैं वह कौन से वीवीआइपी नंबरों पर स्वाइप हुए हैं। वहीं इनका नेटवर्क खंगालने के लिए मिले तीन मोबाइलों में मिले छह नंबरों की सीडीआर भी निकलवाई जा रही है। जिससे आरोपियों के मूवमेंट का पता चल सकेगा।
अमित कुमार भड़ाना, थाना प्रभारी फीलखाना