हाल में ही दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने दुनिया भर में दौड़ रहे कानपुर के सैडलरी कारोबार को लेकर खबर पब्लिश की थी. ऐसे में अब डीएम ने खबर का संज्ञान लेते हुए सैडलरी के कारोबार का हाल जाना और कहा कि कानपुर देश में सबसे ज्यादा सैडलरी एक्सपोर्ट करने वाला शहर है. इसका योगदान कुल एक्सपोर्ट का 17 परसेंट है. जिला निर्यात योजना में अगले पांच सालों में कानपुर से वर्तमान के 9500 करोड़ से 19 हजार करोड़ के एक्सपोर्ट का टारगेट रखा गया है.


कानपुर (ब्यूरो) विदेश व्यापार संयुक्त महानिदेशक, मिनिस्ट्री ऑफ कामर्स और जिला उद्योग केन्द्र की तरफ से ट्यूजडे को पालिका स्टेडियम स्थित ऑडिटोरियम में जिला निर्यात हब योजना के तहत स्टेकहोल्डर कन्सल्टेशन व जीआई प्रोत्साहन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें चीफ गेस्ट डीएम विशाख जी मौजूद रहे। उन्होंने जीआई के महत्व को बताते हुए कहा कि वर्तमान में सैडलरी की 121 फैक्ट्रियां रजिस्टर्ड है। जबकि अगले तीन महीने मे 150 और सैडलरी फैक्टरी का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। आलू और जामुन को मिलेगा टैग


लेदर उत्पाद के साथ ही बिल्हौर से कन्नौज बेल्ट के आलू व बिठूर के जामुन का शीघ्र ही जीआई रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगले कुछ दिनों में जीआई से होने वाले फायदों एवं वैल्यू एडिशन तथा ब्राडिंग के विषय में कई कार्यक्रम किये जायेंगे। वहीं, विदेश व्यापार संयुक्त महानिदेशक अमित कुमार ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट हब के पहले चरण का क्रियान्वयन शुरू हो गया है। जिसमें छह जिलों में से कानपुर भी एक है। कानपुर से लेदर तथा सैडलरी, प्लास्टिक इन्जीनियरिंग व होजरी उत्पादों का सलेक्शन एक्सपोर्ट इनहेंसमेंट किया गया है।

चुनौतियों पर किया मंथन


इस दौरान सीएलई के वाईस चेयरमैन आरके जालान ने लेदर व सैडलरी क्षेत्र में उद्योग व एक्सपोटर्स को आ रही चुनौतियों के बारे में बताया। वहीं, सीएलई के रीजनल चेयरमैन जावेद इकबाल, फियो प्रभारी वाईएस गर्ग, डिस्ट्रिक्ट हब प्रभारी डीके नायर, विदेश व्यापार के सहायक महानिदेशक राकेश कुमार और फियो के आलोक श्रीवास्तव मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive