अधिकारियों के आदेश के बाद भी पुलिस कर्मियों के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आ रहा है. जनता नगर चौकी प्रभारी के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने के मामले में एसीपी ने जांच शुरू करते हुए पीडि़ता के बयान दर्ज किए. उनसे घटनाक्रम पूछा और चौकी प्रभारी पर लगे आरोप को लेकर जानकारी ली.हालांकि पुलिस चौकी प्रभारी के बयान दर्ज न होने से जांच अभी भी पूरी नहीं हो सकी.


कानपुर (ब्यूरो) बर्रा क्षेत्र निवासी महिला ने पिपौरी गांव निवासी मो। अफरोज व उसके साथी मोनिस पर बर्रा थाने में 26 मार्च को ब्लैकमेल करने, तेजाब फेंकने की धमकी और रुपयों की मांग करने का आरोप लगा मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीडि़ता जनता नगर चौकी प्रभारी सूरज कुमार से मिली थी। आरोप है कि चौकी प्रभारी ने कहा कि मेरा नंबर ले लोमुझसे भी बात कर लिया करो। इस तरह से कई आपत्तिजनक बातें की, जिससे क्षुब्द पीडि़ता ने डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल से शिकायत की।एसीपी नौबस्ता ने जांच
उन्होंने जांच एसीपी नौबस्ता को सौंपी, लेकिन आठ दिन बाद भी अब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो सकी। मामले में एसीपी नौबस्ता अभिषेक पांडेय ने बताया कि महिला के बयान दर्ज कर लिए गए हैं, लेकिन चौकी प्रभारी के बयान दर्ज नहीं हो पाए हैं। जांच में अभी समय लगेगा। जब दोनों के बयान दर्ज हो जाएंगे तब जांच पूरी कर रिपोर्ट डीसीपी दक्षिण को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

Posted By: Inextlive