खादी और खाकी की मेहराबनी से बचता रहा हिस्ट्रीशीटर
- थाने से 100 कदम की दूरी पर मकान, फिर भी पुलिस की पकड़ से हमेशा रहा दूर
- युवती से दुष्कर्म के मामले में 10 साल की सजा भी हो चुकी है हिस्ट्रीशीटर को - 2007 से अपराध की दुनिया में मनोज की धमक, खाकी की सरपरस्ती से रहा सुरक्षित >kanpur@inext.co.in KANPUR : पुलिस और खादी की साठगांठ के चलते हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह के हौसले बुलंद हैं। अपराध की दुनिया में कदम रखते ही उसने खादी व खाकी से नजदीकियां बना ली थीं। यही वजह रही कि थाने से महज 100 कदम की दूरी पर मकान होने के बाद भी पुलिस उस पर हाथ नहीं डालती थी। यहीं नहीं वह इलाके में होने वाली छोटी मोटी घटनाओं में चौकी में बैठकर सुलह भी करता था। 2007 में क्राइम की दुनिया में कदमहिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह वर्ष 2007 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। बर्रा पुलिस ने उनके खिलाफ मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई की थी। इसके बाद उसने 2008 में एक युवक को जान से मारने का प्रयास किया था। जिसके बाद पुलिस ने उस पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई कर जेल भेज दिया था। एक साल बाद जेल से छुटने के बाद वर्ष 2010 से 2013 में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हुए। जिसमें से दो मुकदमे जान से मारने के प्रयास के थे। 2014 में उसके खिलाफ बर्रा थाने में मारपीट, धमकी, दुष्कर्म व एससीएसटी की धारा में एफआईआर दर्ज हुआ था।
मोटी होती गई फाइल जैसे-जैसे साल बीतते गए, मनोज के खिलाफ दर्ज मुकदमों की फाइल मोटी होती गई। 2015 से 2021 तक मनोज सिंह के खिलाफ लूट, रंगदारी, चोरी, जान से मारने का प्रयास समेत अन्य धाराओं में कई मामले दर्ज हुए। हाल ही में उसके खिलाफ बर्रा थाने में चोरी, हत्या का प्रयास समेत अन्य मामला दर्ज हुआ था। जिसमें वह वांछित चल रहा था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक तीन जनवरी 2021 को एडीजी एससीएसटी-एक्ट ने दलित युवती से मारपीट, धमकी और दुष्कर्म के मामले में हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को 10 साल की सजा और 25 हजार रुपए का जुर्माने की सजा सुनाई थी। हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज होने के बाद भी बर्रा पुलिस की सह होने के चलते आरोपी बचता रहा।नौबस्ता में हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह बर्रा में हत्या के प्रयास के एक मामले में फरार चल रहा था। सटीक सूचना पर बर्रा और नौबस्ता पुलिस मौके पर पहुंची थी। इस मामले में वीडियो के आधार पर चिन्हित करके कुछ नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अराजकतत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेगी।
रविना त्यागी-डीसीपी साउथ वीडियो के आधार पर हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने वाले लोगों को चिंहित करने दरोगा की ओर से हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल लोगों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। विकास कुमार पांडेय, एसीपी गोविंदनगर