सचेंडी में सिक्योरिटी गार्ड की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. इससे पहले उसे यातनाएं देते हुए बेरहमी से पीटा गया. गार्ड के घर न पहुंचने पर फैमिली मेंबर्स उसकी जानकारी करने डेयरी में पहुंचे तो गार्ड रूम में उसका खून से लथपथ शव देख उनके होश उड़ गए. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू की. फॉरेंसिक टीम को शरीर पर चाकू की चोट के निशान मिले हैैं वहीं चेहरे पर पेचकस से चोट कर घायल करने के निशान मिले हैैं. हाथ और कंधे की हड्डी भी टूटी मिली है.

कानपुर (ब्यूरो)। सचेंडी में सिक्योरिटी गार्ड की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। इससे पहले उसे यातनाएं देते हुए बेरहमी से पीटा गया। गार्ड के घर न पहुंचने पर फैमिली मेंबर्स उसकी जानकारी करने डेयरी में पहुंचे तो गार्ड रूम में उसका खून से लथपथ शव देख उनके होश उड़ गए। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू की। फॉरेंसिक टीम को शरीर पर चाकू की चोट के निशान मिले हैैं वहीं चेहरे पर पेचकस से चोट कर घायल करने के निशान मिले हैैं। हाथ और कंधे की हड्डी भी टूटी मिली है। पुलिस ने अज्ञात हत्यारोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

तलाश करते हुए पहुंचे परिजन

सचेंडी के भैरमपुर निवासी राजेंद्र प्रसाद तिवारी के परिवार में पत्नी सुमन और बेटे 25 साल का ओमजी, बालाजी, सोनू और मोनू समेत पांच बेटे थे। एक बेटे सोनू का पहले ही निधन हो चुका था। 25 साल का ओमजी घर से कुछ दूरी पर स्थित एक दूध डेयरी में सिक्योरिटी गार्ड था। मंडे देर शाम तक घर का सारा काम करने के बाद ओमजी ने खाना खाया और नाइट शिफ्ट में ड्यूटी करने चला गया। ट्यूजडे सुबह काफी देर तक वापस नहीं आने पर फैमिली मेंबर्स उसकी तलाश करते हुए दूध डेयरी पहुंचे। यहां गार्ड रूम में ओमजी का खून से लथपथ शव पड़ा था।

कलेक्ट किए इविडेंस

सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम के साथ फील्ड यूनिट भी पहुंची। स्निफर डॉग गांव के अंदर तक गया और फिर भटक गया। पुलिस का मानना है कि जिस व्यक्ति ने इस वारदात को अंजाम दिया है वह गांव का ही हो सकता है। फॉरेंसिक टीम को मौके से खून से सना पेचकस मिला है, फॉरेंसिक टीम को ओमजी के गले पर कुछ निशान मिले हैैं, अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्या गला दबाकर की गई है। पुलिस का मानना है कि हत्यारोपी दो से ज्यादा थे क्योंकि मौके पर संघर्ष के निशान भी मिले हैैं.पुलिस ने शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम को भेज दिया।

Posted By: Inextlive