जुमे की नमाज के बाद शहर में हुए बवाल को भले ही पुलिस ने कंट्रोल कर लिया हो लेकिन इस बवाल के पीछे साजिश बेहद गहरी थी. शहर के अमन-चैन को दंगों की आग में झोकने की तैयारी थी. इसके लिए शहर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से छटे हुए अपराधियों की जमात एकत्र की गई थी. ये चौकाने वाला खुलासा खुफिया की रिपोर्ट में हुआ है. शासन को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक दंगे के लिए नई सड़क पर शहर के कोने-कोने से अपराधी जुटाए गए थे. पुलिस ने जिन दंगाइयों को दबोचा और जिनकी फोटो पोस्टर में हैं उनमें अधिकतर शातिर अपराधी हैं. इनकी क्रिमिनल हिस्ट्री भी है और ये जमानत पर बाहर थे.


कानपुर (ब्यूरो) सीसीटीवी में कैद हुए शातिर अपराधियों तक पहुंचने के प्रयास में पुलिस लगी है। सीसीटीवी फुटेज से कुछ ऐसे चेहरे भी सामने आए हैैं जो इस शहर ही नहीं इस जिले से बाहर के हैैं। साफ है इस बवाल के मास्टरमाइंड ने सारी स्क्रिप्ट पहले से प्लान कर रखी थी। इससे जुड़ी हर जानकारी केवल बवाल के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी को है। रिमांड के दौरान इन प्रश्नों का जवाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पता करेंगी।

इन एरिया से भी आए अपराधी
खुफिया ने जब इस पूरे मामले की छानबीन की तो सामने आया कि दंगे से पहले शहर भर से अपराधियों को नई सड़क पर एकत्र किया गया था। इनमें रावतपुर, नौबस्ता, चमनगंज, बेकनगंज, बजरिया व चकेरी सहित कई इलाकों से शातिर अपराधी पहुंचे थे। वहीं उन्नाव, फतेहपुर और आस पास के जिलों से भी अपराधी लाए गए थे। दंगा भड़काने के बाद ये सभी फरार हो गए। पुलिस ने जो पोस्टर जारी किया, उसमें भी कई अपराधी हैं। इसके अलावा गिरफ्तार किए गए दंगाइयों में भी अपराधी हैं। मामले में अब तक पचास आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं। इसके अलावा, पुलिस ने 40 दंगाइयों का पोस्टर भी जारी किया है।

Posted By: Inextlive