तीन जून को नई सड़क पर हुए उपद्रव की साजिश परत-दर-परत खुलती जा रही है. इसके साथ ही षड्यंत्रकारियों और उपद्रवियों पर पुलिस का शिकंजा भी कस रहा है. ङ्क्षहसा के मास्टर माइंड जफर हयात हाशमी और उसके तीन साथियों से पूछताछ में सामने आया है कि उपद्रव चंद्रेश्वर हाता को खाली कराने के लिए किया गया था. उपद्रवियों की कोशिश थी कि ङ्क्षहसा में कुछ अनहोनी हो जिससे दहशत में आकर चंद्रेश्वर हाते के लोग हाता छोड़कर चले जाएं. साजिश सामने आने के बाद शासन के निर्देश पर कमिश्नरेट पुलिस हाता के बाहर वाच टावर बनाने और पीएसी की एक प्लाटून को स्थायी तैनाती की तैयारी में है.
By: Inextlive
Updated Date: Tue, 14 Jun 2022 12:29 AM (IST)
कानपुर (ब्यूरो) चंद्रेश्वर हाता को इसके संस्थापक लालमनि मिश्रा के नाम से पहले कोठी लालमनि मिश्रा के नाम से जाना जाता था। चंद्रेश्वर इनके बेटे थे, जिनके नाम पर वर्तमान नाम पड़ा। करीब चार बीघा क्षेत्रफल में फैली इस बस्ती में करीब 200 परिवार रहते हैं। 1100 वोटर हैं, लेकिन आबादी करीब दो हजार है।
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