पानी की बर्बादी पर ‘शहर’ सरकार गंभीर, अब हर लीटर का देना होगा हिसाब
कानपुर(ब्यूरो)। पानी की एक एक बूंद का हिसाब देना अब केवल किताबी बात नहीं रह जाएगी। पानी की बर्बादी रोकने के लिए जल्द ही कानपुराइट्स के लिए यह हकीकत बनने वाला है। बिना इजाजत और बेहिसाब भूगर्भ जल दोहन को लेकर शहर की सरकार यानि नगर निगम से लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार भी गंभीर है। एक तरफ नगर निगम ने पानी की बर्बादी रोकने के लिए सबमर्सिबल पर मीटर लगाने का फैसला किया है तो दूसरी तरफ जल शक्ति मंत्रालय ने घरों में होने वाले पानी के दोहन के स्तर को कम करने की दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। उनका उद्देश्य है कि हर दिन यूज होने वाले पानी को कम से कम पचास फीसदी कम किया जा सके।
इस्तेमाल के तय होंगे मानक
नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में शहर में लगे सबमर्सिबल पर मीटर लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। मीटर लगाने पर सबमर्सिबल से कितना पानी हर दिन दोहन किया जाएगा, इसका भी मानक तय किया जाएगा। इसके अलावा वाशिंग सेंटर के रजिस्ट्रेशन व उससे वेस्ट होने वाले पानी को री-साइकिल करने के लिए प्लांट लगाने का प्रस्ताव पास हुआ है।
जलशक्ति मंत्रालय के प्रयास
जल शक्ति मंत्रालय ने भी घरों में यूज होने वाले पानी की जरूरत को कम करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। घरों में हर दिन यूज होने वाले 135 लीटर पानी के यूज को घटा कर करीब 60 लीटर तक करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे जरूरत से ज्यादा भूगर्भ जल के दोहन को रोका जा सके। इसके लिए ब्यूरो ऑफ वॉटर यूज एफिशिएंसी, राष्ट्रीय जल मिशन और इंडियन प्लम्बिंग एसोसिएशन के बीच समझौता भी हुआ है।
घरों में पानी के यूज को बचाने के लिए मार्केट में कई तरह की कम पानी वाली फिटिंग्स को इंडियन प्लम्बिंग एसोसिएशन बढ़ावा देगा। इसके लिए कम पानी देने वाले सेनेटरी फिटिंग को मार्केट में अधिक चलन में भी लाया जाएगा। इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ प्राइवेट संस्थानों व घरों में बनाए जाने वाले वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट के तरीकों को सरल विधि के प्रचार प्रसार कर इसके प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाएगा।
रोक सकते हैं पानी की बर्बादी
- ब्रश करते समय, शेविंग, फेस वॉश के दौरान, सिंक में बर्तन धोते समय जरूरत पर ही नल खोलें।
- नहाने के लिए शॉवर की जगह बाल्टी और मग का इस्तेमाल करें। इससे पानी की बर्बादी नहीं होगी।
- हर बार टॉयलेट इस्तेमाल के बाद फ्लश टैंक यूज करने की जगह बॉल्टी से पानी डालना अच्छा ऑप्शन है।
- घर में कहीं पाइप लीकेज है, तो उसे ठीक कराएं। इससे भी काफी पानी बर्बाद होता है।
- गाड़ी धोने के लिए पाइप की जगह बाल्टी व मग का यूज करें।
- वाशिंग मशीन में रोजाना थोड़े थोड़े कपड़े धोने की जगह एक ही साथ धोना पानी की काफी बचत करता है।
- घर के गार्डेन व आस पास पौधों में पाइप से पानी देने के बजाय वाटर कैन द्वारा पानी देने से काफी पानी की बचत हो सकती है।
- गार्डन में दिन के बजाय रात में पानी देना सही होता है। इससे पानी का वाष्पीकरण नहीं हो पाता। कम पानी से ही सिंचाई हो जाती है
- सिर्फ घरों के ही नहीं बल्कि पब्लिक पार्क, अस्पतालों, स्कूलों व अन्य सार्वजनिक जगहों पर भी लीकेज को तुरंत रिपेयर कराया जाए
- खेतों में सिंचाई के लिए कम लागत वाली मॉर्डन तकनीक का इस्तेमाल करने से भी काफी मात्रा में पानी को बचाया जा सकता है।