कानपुराइट्स ने फ्राईडे को सौहार्द की मिसाल पेश की. इधर होली खेली जाती रही तो दूसरी तरफ जुमा की नमाज अदा की गई. शाम को लोगों ने कब्रिस्तान जाकर अपने पुरखों की कब्रों पर फातिहा पढ़ी कब्रों पर फूल चढ़ाए अगरबत्ती व मोमबत्तियां जलाईं. यह सिलसिला पूरी रात चलता रहा. त्योहारों को लेकर शहरकाजियों ने गाइडलाइन जारी की थी. सभी को एक दूसरे का सहयोग करते हुए त्योहार मनाने का अपील की थी.


कानपुर ( ब्यूरो) होली पर एक ओर अबीर-गुलाल उड़ता रहा तो दूसरी तरफ मस्जिदों में सुकून से नमाज अदा की गई। वहीं शब-ए-कद्र पर शाम से ही कब्रिस्तानों में जाने का सिलसिला शुरू हो गया। चुन्नीगंज, बाबूपुरवा, जाजमऊ, कर्नलगंज, ईदगाह सहित शहरभर के कब्रिस्तानों में लोगों को पहुंचने का तांता लगा रहा।

Posted By: Inextlive