डिप्टी सीएम से कारोबारियों ने कहा हम बर्बाद हो गए...
कानपुर (ब्यूरो) मसूद कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स गारमेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश रामचंदानी ने बताया कि इस कॉम्प्लेक्स में करीब 300 से 400 करोड़ का नुकसान हुआ है। सभी टावरों को मिला कर करीब 2 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। एआर टावर के राइट साइड मसूद कॉम्प्लेक्स है। यहां के कपड़ा दुकानदार ईशान चुग ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे आग लगने की सूचना मिलने पर हम मौके पर पहुंचे। आग सबसे पहले हमराज कॉम्प्लेक्स में लगी।अगर मदद मिल जाती तो व्यापारियों ने बताया कि रात में हम लोग चिल्लाते-चिल्लाते थक गए कि हम लोगों को माल निकालने दिया जाए। तब तक मसूद कॉम्प्लेक्स में आग नहीं लगी थी। किसी ने भी माल निकालने नहीं दिया। आधे घंटे के अंदर मसूद कॉम्प्लेक्स में आग फैल गई। आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।देर से आग बुझाना शुरू हुआ
दुकानदार बसीर अली ने बताया कि मेरी हमराज कॉम्प्लेक्स में दुकान है। लोग कह रहे हैं कि अभी भी आग लगी है। दीवारें दहक रही हैं। बगल के सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स में कभी भी आग लग सकती है। करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। ईद की वजह से हर एक व्यापारी ने करोड़ों रुपए का माल मंगाया था।सामने दुकान जलती रही
सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स के दुकानदार किशन चंद लालवानी ने बताया कि थोड़ा माल निकाल पाए हैं। बाकी निकालने से रोक दिया गया है। उनका लाखों रुपए का माल पूरी तरह बर्बाद हो गया है। हमराज कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में स्थित दुकान के मालिक कमल लालवानी के सामने उनकी दुकान जलती रही। वे बताते हैं कि आग बुझाने के इंतजाम प्रशासन के पास नहीं हैं।फ्राइडे देर शाम तक नहीं बुझी आग हमराज कॉम्प्लेक्स, एआर कॉम्प्लेक्स, मसूद कॉम्प्लेक्स और नफीस टॉवर पूरी तरह आग की जद में हैं। हमराज टॉवर के बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर के अगले हिस्से में आग लगी हुई है। पीछे की तरफ मार्केट का कुछ हिस्सा आग से बचा हुआ है। यहां व्यापारी अपना माल निकालने की जद्दोजहद में लगे रहे। बगल के सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स और अर्जुन टावर आग से बचे हैं। कॉम्प्लेक्स के पिछले हिस्से में सैकड़ों की संख्या में व्यापारी और उनके वर्कर जुटे हैं। सभी माल निकालने में जुटे दिखे। नेपाल तक यहां से जाता है कपड़ा
कपड़ा व्यापारी रविशंकर दुबे ने बताया कि लुधियाना, मद्रास, कलकत्ता, मुंबई से माल आता है। जबकि यूपी, बिहार, दिल्ली और नेपाल तक माल जाता है। ईद की वजह से बड़ी मात्रा में व्यापारियों ने माल जुटाया था। महिलाओं के कपड़ों के मामले में कानपुर यूपी का सबसे बड़ा हब है।