52 दिन बाद कब्र से निकाला गया शव
- 7 अप्रैल को घंटाघर के पास हादसे में युवक की मौत की मिली थी जानकारी
kanpur : चमनगंज की फहीमाबाद कॉलोनी निवासी मुस्ताक अहमद का 21 साल का बेटा फैजी था। पिता के मुताबिक 6 अप्रैल को पड़ोस में रहने वाला ट्रैक्टर चालक मुन्ना उसे अपने साथ लेकर गया था। 7 अप्रैल को मुन्ना ने फोन कर घंटाघर के पास बेटे की एक्सीडेंट में मौत हो जाने की जानकारी दी। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को जानकारी दिए बिना फैजी का शव ईदगाह कब्रिस्तान में दफना दिया। पुलिस कमिश्नर से शिकायत12 अप्रैल को परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग की थी। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर 14 अप्रैल को चमनगंज थाने में मुन्ना के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। संडे को एसीएम थर्ड की मौजूदगी में पुलिस ने फैजी का शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। काफी दिन बीतने से शव कंकाल में तब्दील हो चुका था। वहीं पोस्टमार्टम में मौत का वजह साफ न होने पर डॉक्टरों ने कंकाल को संरक्षित कर लिया।