शुक्रवार सुबह हरदोई के डिप्टी एसपी विकास जायसवाल के नेतृत्व में एसआईटी मड़ौली गांव पहुंची. साथ में एसपी कानपुर देहात बीबीटीजीएस मूर्थि भी थे. घटनास्थल पर पहुंची टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया. परिवार वालों से बात की. शिवम ने टीम को बताया कि इस पूरी वारदात का सूत्रधार गांव का रहने वाला अशोक दीक्षित है. उसकी दुकान पर दिसंबर 2022 में अशोक दीक्षित कुछ सामान लेने आए थे. इसी दौरान कुछ विवाद हो गया था. जिसकी वजह से अशोक दीक्षित ने शिकायत करा दी. एसआईटी ने लेखपाल को बुलाकर जमीन की नापजोख कराई. साथ ही तहसील से इस जमीन से संबंधित सभी कागज मांगे हैैं. एसआईटी ने तहसील से कुटंब रजिस्टर भी मांगा है जिससे ये पता चलेगा कि आरोपियों का परिवार कहीं एक तो नहीं. ग्रामीणों से भी बातचीत की. डिप्टी एसपी विकास जायसवाल ने बताया कि उन्होंने स्टेट फॉरेंसिक टीम से मड़ौली गांव में आकर घटनास्थल का निरीक्षण कराने के लिए सीनियर अधिकारियों को लिखा है. टीम जब इविडेंस कलेक्ट कर लेगी तो सीन रिक्रिएट भी कराया जाएगा. डिप्टी एसपी विकास जायसवाल ने कानपुर देहात के एसपी से पूछा कि सर किसके आदेश पर वहां पुलिस गई थी.

कानपुर (ब्यूरो) शिवम से बात करने के दौरान जब टीम में शामिल पुलिस कर्मियों ने उससे पूछा कि वह क्या चाहता है तो उसने छूटते ही कहा कि जैसे हमरी अम्मा- बिट्टïी तड़प तड़प कर मरी हैं, वैसे ही आरोपियों को भी फांसी दी जाए, जिससे आरोपी और उसके परिवार वाले तड़प-तड़प कर मरें। एसआईटी ने रूरा थाने से इस मामले से संबधित कागजात जैसे एफआईआर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पंचनामे की कॉपी, फॉरेंसिक इविडेंस कलेक्शन आट्र्रिकल लिस्ट और इस घटना से जुड़े तमाम कागजात मांगे हैैं, साथ ही घटना के दिन थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज भी कलेक्ट करने के लिए कहा है। किस गाड़ी से कौन-कौन सोमवार को मौके पर गया था, इसकी जानकारी की गई है। थाने की जीडी में मौके पर जाने वाले पुलिस कर्मियों की रवानगी भी देखी गई है। मुकदमे में शामिल जितने लोग फरार हैैं, उनकी सीडीआर और उनके घर का सिजरा भी मांगा गया है। जो लोग नामजद हैैं, उनकी और उनके परिवार की लोकेशन भी देखी गई है। डिप्टी एसपी विकास जायसवाल ने बताया कि उन सभी को नोटिस भेजकर बयान के लिए जल्द ही बुलाएंगे। टीम के साथ मौजूद फोटोग्राफर ने घटनास्थल की बारीक से बारीक फोटो ली हैैं।

शिवम व अंश से की लंबी बातचीत
शिवम और अंश से पंचायत भवन में पहले अलग-अलग बातचीत की गई। उसके बाद दोनों से एक साथ बात की गई। परिवार वालों को भी बुलाया गया। परिवार और घटना वाले दिन कौन व्यक्ति कहां था? इसकी जानकारी दर्ज की। इस दौरान एसपी कानपुर देहात के अलावा सारी टीम को परिवार से दूर रखा गया। घटनास्थल पर हैैंडपंप और मंदिर को क्षति कैसे पहुंची, इसकी जानकारी टीम में मौजूद लोगों ने गांव वालों से ली। सोमवार को घटना के चश्मदीद शिवम से लगभग आधे घंटे तक अलग-अलग एंगल से पूछताछ की गई।

शनिवार को दर्ज होंगे परिवार वालों के बयान
डिप्टी एसपी ने बताया कि अभी परिवार वालों से प्राथमिक इनवेस्टिगेशन की गई है। शनिवार को दो चरणों में बयान दर्ज किए जाएंगे। पहले बयान पूरे परिवार के एक साथ होंगे। दूसरे बयान अलग-अलग होंगे। सारे बयानों की रिकॉर्डिंग भी की जाएगी और मैनुअली भी दर्ज किए जाएंगे। पुलिस की टीमें लगातार गांव में डेरा डाले हुए हैैं। परिवार वालों ने जान का खतरा बताते हुए पुलिस की तैनाती 24 घंटे करने की गुजारिश की है। साथ ही शिवम और अंश ने बताया कि पुलिस कर्मियों की जान पहचान दूसरे पक्ष से है। इस पर एसआईटी के मेंबर्स ने एसपी से थाने की फोर्स गांव में न लगाने के लिए कहा है।

Posted By: Inextlive