आईआईटी में मेथेनाल से चलने वाली बाइक की टेस्टिंग शुरू
- देश की एक कंपनी ने 100 व 150 सीसी बाइक टेस्टिंग के लिए दी
- इसके पहले रॉयल इन्फील्ड भी अपनी बुलेट की टेस्टिंग करवा चुकी है KANPUR: पेट्रोल में मेथेनाल के 15 प्रतिशत मिश्रण को सेंट्रल गवर्नमेंट ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है। जिसके बाद बाइक बनाने वाली देश की एक कंपनी ने इस इंजन में फ्यूल वर्जन की टेस्टिंग की जिम्मेदारी आईआईटी के प्रो अविनाश अग्रवाल को दी है। जो इंजन पर मेथेनाल वाले पेट्रोल के इफेक्ट पर स्टडी करेंगे। वो पता लगाएंगे कि किस तरह से टेक्नोलॉजी अपग्रेड की जाए जिससे बाइक का इंजन परफेक्ट रहे। बुलेट की टेस्टिंग में पेट्रोल से ज्यादा पॉवरफुल निकला मेथेनालआईआईटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रो अविनाश अग्रवाल लगातार बाइक की टेस्टिंग पर काम कर रहे हैं। उन्होंने रॉयल इनफील्ड की बुलेट की भी टेस्टिंग मेथेनाल पर की है। अहम बात यह रही कि पेट्रोल की तुलना में मेथेनाल से बुलेट को ज्यादा पॉवर मिली है। बुलेट की टेस्टिंग इयर 2018 के जून से आईआईटी में की जा रही थी। प्रो अविनाश अग्रवाल ने बताया कि दो लीटर मेथेनाल की कीमत सारे टैक्स मिलाकर 50 रुपए के अंदर ही आएगी। जबकि एक लीटर पेट्रोल की कीमत करीब 70 रुपए आ रही है।
अब जनरेटर धुआं नहीं उगलेंगेप्रो अविनाश अग्रवाल ने रेलवे के लोकोमोटिव इंजन में ऐसी टेक्नोलॉजी जोड़ी थी, जिससे डीजल की करीब 20 परसेंट बचत होती थी। इसका बाकायदा ट्रायल भी कराया था। अब वह हैवी ड्यूटी वाले जेनसेट को मेथेनाल से चलाने पर काम कर रहे हैं। अगर मेथेनाल से जेनसेट चलता है तो करीब 40 परसेंट कॉस्ट कम हो जाएगी। अभी तक हैवी ड्यूटी वाले जेनरेटर में 87 परसेंट मेथेनाल व 13 परसेंट डीजल का यूज किया है। मेथेनाल का रेशियो 90 परसेंट करने के लिए रिसर्च कर रहे हैं। जब मेथेनाल से जेनसेट चलेंगे तो पर्यावरण बहुत कम प्रदूषित होगा।