- कोरोना के बढ़ते मामलों को देख बढ़ाई जाएगी जांच की रफ्तार, संचारी रोग विभाग से आई एक और आरटी पीसीआर मशीन

- 24 घंटे चल रही है कोरोना वायरस जांच, लैब में स्टाफ बढ़ाने के लिए कन्नौज मेडिकल कालेज से आएंगे माइक्रोबायोलॉजिस्ट

KANPUR: सिटी में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिसे कंट्रोल करने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट अब ज्यादा से ज्यादा सैम्पलिंग और जांच की स्ट्रैटजी पर काम करेगी। इसके लिए जांच की कैपेसिटी बढ़ाने के साथ अब ट्रीटमेंट के लिए आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा। शासन से जीएसवीएम मेडिकल कालेज भेजे गए डॉ.आरके कमल ने इस बाबत मेडिकल कालेज के अधिकारियों से साथ अहम बैठक की। मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में बनी कोविड लैब की कैपेसिटी को डबल करने के प्रयास शुरू हो गए हैं।

लेवल-3 की तर्ज पर

मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलॉजी कोविड लैब में वेक्टर बॉर्न डिसीज डिपार्टमेंट से एक आरटीपीसीआर मशीन भेज दी गई है। साथ ही लैब में स्टाफ को बढ़ाने के लिए कन्नौज मेडिकल कॉलेज से तीन माइक्रोबायोलॉजिस्ट भी कानपुर लाए जाएंगे। अभी लैब में प्रतिदिन 200 से 250 टेस्ट हो रहे हैं। टेस्ट लगातार होते रहें इसके लिए लैब को 24 घंटे चलाया जा रहा है। मीटिंग में इस बात पर भी जोर दिया गया कि मेडिकल कॉलेज के एलएलआर हॉस्पिटल को लेवल-3 हॉस्पिटल की तर्ज पर ही चलाया जाए। यहां केवल गंभीर कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स भेजे जाएं। ऐसे कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स जिनकी हालत सामान्य है उनका ट्रीटमेंट लेवल-1 और 2 की फैसेलिटी में ही हो।

कोविड से जंग में असहयोग पर जाएंगे जेल

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस को लेकर जारी लड़ाई में अगर कोई कर्मचारी या डॉक्टर काम नहीं करता है सहयोग नहीं देता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारियों के क्वारन्टीन सेंटर में खाने और सुविधाओं को लेकर सोशल मीडिया में सवाल उठाने पर शासन की ओर से नाराजगी जताई गई है। साथ ही ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा मेडिसिन डिपार्टमेंट के एक नान पीजी रेजीडेंट ने भी आईआईटी के क्वारन्टीन सेंटर की सुविधाओं को लेकर पीएम और डीएम को टैग करते हुए ट्वीट किया है जिसका मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने संज्ञान लिया है।

छुट्टी के लिए मेडिकल बोर्ड

कोरोना वायरस से लड़ाई के दौरान तबीयत खराब होने का बहाना करके छु्ट्टी मांगने वाले मेडिकल स्टाफ को अब मेडिकल बोर्ड से संतुति लेनी होगी। एसआईसी डॉ। आरके मौर्या ने बताया कि मेडिसिन डिपार्टमेंट की हेड प्रो। रिचा गिरि को बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है। साथ ही सीएमएस डॉ.रीता गुप्ता समेत सर्जरी और ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के एक-एक फैकल्टी मेंबर भी इस बोर्ड में शामिल है। अगर मेडिकल कॉलेज के किसी कर्मचारी या डॉक्टर को मेडिकल ग्राउंड पर छुट्टी चाहिए होगी तो उसे बोर्ड के सामने आवेदन करना पड़ेगा। बोर्ड की संतुति होने पर ही छु्ट्टी मिलेगी।

-24 घंटे पूरी क्षमता से चलाई जा रही कोविड लैब

-2 आरटी पीसीआर मशीनें कर रही हैं जांच

-300 सैम्पल टेस्ट हो रहे हैं रोजाना लैब में

-4 मशीनें जल्द ही लैब में हो जाएंगी जांच के लिए

-500 तक सैम्पल की एक दिन में की जाएगी जांच

Posted By: Inextlive