गुरुजी को डेली पांच बच्चों को करना होगा फोन
- पूछेंगे कैसे कर रहे हो पढ़ाई, दिक्कत बताने पर समाधान निकालना होगा
- गुरुजी के साथ सभी एक्टिव रिसोर्स को दिया गया जिम्मा, दिक्कतें जानों और निकालो सॉल्यूशन KANPUR: गुरुजी अब कम से कम पांच बच्चों को डेली फोन करेंगे और उनसे पूछेंगे कैसे स्टडी कर रहे हो। उनकी दिक्कत जानकर उसका सॉल्यूशन निकालने का प्रयास करना होगा। यदि किसी बच्चे के पास फोन नहीं है तो उसे अपने घर के पास रहने वाले उस बच्चे के पास जिसके पास फोन हो या अपने रिलेटिव जिसके पास हो जाना होगा। उस फोन से टीचर को अपनी समस्या बतानी होगी। सभी एक्टिव रिसोर्स पर्सन (एआरपी) को यह जिम्मा बीएसए ने सौंपा है। मंडे से करनी होगी कॉलसोमवार को पहले स्टेट रिसोर्स ग्रुप पर्सन द्वारा सभी एआरपी से इस संबंध में बात की जाएगी। उन्हें यह बताया जाएगा, कि किस तरह एकेडमिक एक्टीविटीज को लेकर च्च्चों से बात करनी है। च्च्चों के साथ ही उनके पेरेंट्स से चर्चा भी की जाएगी। वह पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं, इस बात की जानकारी भी जाएगी।
एक हफ्ते बाद लिया जाएगा फीडबैकजिन-जिच् बच्चों से गुरुजी बात करेंगे, उसके ठीक एक हफ्ते बाद सभी से फीडबैक लिया जाएगाच् बच्चे अगर इस काम में टालामटोली करेंगे तो उन्हें डांटा भी जाएगा। दरअसल विभागीय अफसर चाहते हैं, किच् बच्चे घर में ही बैठकर पढ़ाई करें। अगर छुट्टी के दौरान वह पढ़ाई से दूर हो जाएंगे तो आने वाले दिनों में जब स्कूल खुलेंगे तो उनके लिए पढ़ना बेहद चुनौती भरा होगा।
ऑनलाइन क्लासेस में नहीं ले रहे इंटरेस्ट राजेश यादव, स्टेट रिसोर्स ग्रुप पर्सन प्राइमरी एजुकेशन डिपार्टमेंट ने बताया च्क बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई में बिल्कुल इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं। उनकी दिक्कतें जाननी होंगी नहीं तो जब स्कूल खुलेंगे तच्े बच्चों का मन पढ़ाई से दूर हो चुका होगा। पेरेंट्स भी बच्चों को घर पर पढ़ाएं जरूर। अब सभी एआरपी को यह टास्क सौंपा गया है कि वह डेली पांच-चंच बच्चों को फोन कर उनसे बात करें। उन्हें सिलेबस की जानकारी देने के साथ होम वर्क दें। साथ ही लगातार उनकी मॉनीट¨रग करें। - डॉ। पवन तिवारी, बीएसए