किटकिटा देने वाली ठंड इस समय पड़ रही है. सर्दी का ये आलम 13 साल का रिकार्ड तोड़ चुका है. ऐसी सर्दी के मौसम में दिल की बीमारी वाले लोगों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है. ऐसा इसलिए भी कि कॉर्डियोलॉजी में दिल की विभिन्न बीमारियों वाले पेशेंट के ऑपरेशन कराने वालों की लंबी वेटिंग चल रही है. ऐसे हालात में खुद जागरूक रह कर दिल को संभाल कर रखिए. जरा सी लापरवाही दिल के लिए भारी पड़ सकती है. अगर अवेयर रहेंगे तो आपता दिल स्वस्थ रहेगा और अस्पताल जाने की नौबत नहीं आएगी.

कानपुर (ब्यूरो) कार्डियोलॉजी हास्पिटल के डायरेक्टर डॉ। विनय कृष्णा ने बताया कि ठंड की वजह से पुराने के साथ नए पेशेंट की संख्या बढ़ जाती है। वर्तमान में हॉस्पिटल की ओपीडी व ऑपरेशन कराने वाले पेशेंट की संख्या नार्मल दिनों की अपेक्षा डेढ़ गुना बढ़ गई है। नार्मल दिनों में डेली दिल की बीमारी से ग्रसित ऑपरेशन कराने वाले पेशेंट की संख्या 15 के आसपास होती है। वहीं वर्तमान में डेली ऑपरेशन कराने वाले पेशेंट की संख्या बढ़ कर लगभग 25 हो गई है।

मार्च की डेट मिल रही
कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल के अधिकारियों के मुताबिक ठंड में पेशेंट की संख्या डेढ़ गुना बढऩे की वजह से बाइपास सर्जरी व हार्ट वॉल्व के ऑपरेशन की लंबी डेट मिल रही है। सोर्सेस के मुताबिक वर्तमान में हॉस्पिटल में ऑपरेशन कराने वाले पेशेंट को मार्च की डेट मिल रही है। इस दौरान डॉक्टर उनको दवा देने के साथ हर पंद्रह दिन में हॉस्पिटल आकर चेकअप कराने की सलाह दे रहे है। जिससे अगर कोई समस्या हो तो उसे संभाल लिया जाए।

किस सर्जरी की कितनी वेटिंग
- बाइपास सर्जरी लगभग 50 दिन
- हार्ट वॉल्व सर्जरी लगभग 55 दिन
- पैदाइशी हार्ट की बीमारी से ग्रसित पेशेंट को 2 माह की
- हार्ट की नसों के ऑपरेशन के लिए 45 दिन आगे की डेट
- एंजियोग्राफी व एंजियो प्लास्टिक सर्जरी 40 दिन आने की डेट

खुद रख सकते दिल का ख्याल
कार्डियोलॉजी के कार्डियक सर्जन डॉ। नीरज कुमार ने बताया कि ऐसी ठंड में अगर हम खुद अपने दिल के स्वास्थ्य के प्रति अवेयर रहे तो किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है। पुराने पेशेंट अपनी दवाओं को निरंतर लेने के साथ ठंड में अति आवश्यक कार्य होने पर ही शरीर को पूरी तरह ढक कर घर से बाहर निकले। वहीं नार्मल व्यक्ति दिल के अस्वस्थ्य होने की आशंका पर तत्काल कार्डियक स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क की अपनी जांच कराए।

पुराने पेशेंट क्या करे
- दवाओं का नियमित सेवन करे
- निर्धारित ओपीडी पर डॉक्टर को जरूर दिखाए
- दवाओं को समय से ले
- कोई समस्या होने पर उसको इग्नोर न करे
- ठंडी चीजों को खाने से परहेज करे
- दिन में कई बार गर्म पदार्थ का सेवन करें
- अति आवश्यक कार्य होने पर शरीर को पूरी तरह ढक कर घर से निकले
- मार्निंग वॉक को पूरी तरह इग्नोर करे
- रात में टॉयलेट करने या सुबह उठने के बाद पांच मिनट बिस्तर पर ही बिताए
- सूर्य निकलने के बाद ही गर्म पानी से स्नान करें

इस लक्षण को न करें इग्नोर
- सीने व हाथ में दर्द बना रहना
- नींद न आना
- सांस फूलना
- पसीना अधिक आना
- पेट में लगातार दर्द बना रहना

ऐसे रखे दिल का ख्याल
- भोर में घर से बाहर न निकले
- गर्म पदार्थ का सेवन दिन में कई बार करे
- रात में गर्म दूध के साथ गुड़ का सेवन करे
- घर से निकलते समय कान का ढक कर ही निकले
- ट्रेन, बस से जर्नी करने से बचे
- घर से खाली पेट कतई न निकले
- नियमित खाना व सोने की आदत डाले
- न्यूनतम 6 घंटे की नींद अवश्य लें

कॉर्डियोलॉजी: एक नजर में
2500 लोग ओपीडी में दिखाने आए
42 नए पेशेंट भर्ती किए गए
785 पेशेंट इस वक्त भर्ती
'' ठंड के मौसम में हार्ट पेशेंट की संख्या डेढ़ गुना बढ़ गई है। इमरजेंसी व पहले से डेट ले चुके पेशेंट का ही ऑपरेशन किया जा रहा है। पेशेंट की संख्या अधिक है। लिहाजा इमरजेंसी को देखते हुए ही बाईपास सर्जरी, वाल्व समेत अन्य सर्जरी की जा रही हैं.ÓÓ
डॉ। विनय कृष्णा, डायरेक्टर, कार्डियोलाजी हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive