बिल्हौर में स्वास्थ्य कर्मी महिला व बेटे की संदिग्ध मौत, अवैध संबंधों में हत्या का शक
कानपुर (ब्यूरो) फतेहपुर के बिंदकी थाना क्षेत्र के अस्ता गांव निवासी मनोज दिवाकर की पत्नी सीमा दिवाकर कन्नौज के जलालाबाद सीएचसी में एएनएम के पद पर कार्यरत थी। पति के साथ विवाद के चलते सीमा 12 साल के बेटे आदित्य के साथ बलराम नगर बिल्हौर स्थित अशोक शुक्ला के मकान में किराए पर रह रही थी। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि सीमा सैटरडे सुबह ड्यूटी के लिए निकली थी और शाम को घर वापस नहीं लौटी। जबकि उनका बेटा घर पर अकेले ही मौजूद था। सीमा रविवार भोर पहर लगभग 3:30 बजे नरेंद्र यादव व दो अन्य लोगों के साथ घर पहुंची थी। जिसमें से 2 लोग कुछ देर में वापस चले गए थे।
पति-पत्नी बताते एक दूसरे को
सीएम के ही मकान में रहने वाले अन्य किराएदार रामविलास मुताबिक कानपुर देहात के रसूलाबाद थाना क्षेत्र के पलिया बांस खेड़ा निवासी नरेंद्र यादव का सीमा के घर आना जाना था। दोनों एक दूसरे को पति-पत्नी बताते थे। नरेंद्र ने संडे सुबह 8 बजे अपने चाचा बिल्हौर निवासी जगदीश यादव को सीमा और बेटे आदित्य के फांसी लगा लेने की जानकारी दी। जिसके बाद जगदीश सीमा के कमरे पर पहुंचे। इसी मकान में रहने वाले किराएदार ने बताया कि नरेंद्र के चाचा के कमरे पर पहुंचने के बाद लगभग 8.30 बजे आदित्य नल से पानी लेने के लिए आंगन में आया था। उसके कुछ देर बाद नरेंद्र व उसके चाचा को मोहल्ले में जाते हुए देखा गया था।
मकान मालिक अशोक कुमार शुक्ला ने सीमा और उनके बेटे का शव पड़ा होने की सूचना पुलिस को दी। कुछ देर बाद कमरे पर पुलिस पहुंची। पुलिस दरवाजा तोडक़र कमरे के अंदर पहुंची। जानकारी के अनुसार नरेंद्र के चाचा ने थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की सूचना दी थी। मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुटी पुलिस की सूचना पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से इविडेंस कलेक्ट किए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने नरेंद्र यादव और उनके चाचा को हिरासत में लेकर पूछताछ कररही है। फॉरेंसिक टीम ने घटना को लेकर संदिग्धता जाहिर की। वहीं पड़ोस के लोगों ने महिला के अवैध संबंधों और मां बेटे की हत्या की चर्चाएं होती रहीं।
मां-बेटे की हत्या का संदेह है, नरेंद्र से पूछताछ की जा रही है। अन्य दोनों साथियों की तलाश की जा रही है। गिरफ्तारी के बाद राज से पर्दा हटेगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या या आत्महत्या का पता चलेगा। फॉरेंसिक रिपोर्ट हत्या की ओर इशारा कर रही है।
आलोक सिंह, एसीपी बिल्हौर