पीक में ऑक्सीजन की 50 परसेंट से भी कम हुई थी सप्लाई
- सरकारी आंकड़ों में सामने आया सच, 14अप्रैल से बढ़नी शुरू हुई मांग, 13 मई तक सामान्य नहीं हो सकी थी सप्लाई
KANPUR: सिटी में कोरोना संक्रमण की दूसरी वेव का पीक 15 अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच रहा। उस दौरान 25 हजार से ज्यादा नए कोरोना संक्रमित शहर में मिले। शहर में हाहाकार की स्थिति रही। अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत के बीच सैकड़ो लोगों की मौत भी हुई। उस वक्त शहर में लोग ऑक्सीजन सिलेंडर लिए भटक रहे थे यहां तक कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई थी। हालांकि उस दौरान अधिकारियों ने ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होने के भी दावे किए थे, लेकिन सच अब सामने आ रहा है। खुद सरकारी आंकड़ों में कोरोना वायरस के पीक के दौरान ऑक्सीजन की भारी किल्लत के आंकड़े सामने आए हैं। यह आंकड़े सैटरडे को सीएम योगी आदित्यनाथ की समीक्षा में भी रखे गए। जो साफ तौर पर बताते हैं कि पीक के वक्त जब शहर में ऑक्सीजन की डिमांड 125 मीट्रिक टन प्रतिदिन तक पहुंच गई थी, उस दौरान आधी ऑक्सीजन की आपूर्ति तक नहीं हो पा रही थी। शहर में ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से कितने लोगों की जानें गई इसे लेकर अभी तक स्पष्ट आंकड़ा मौजूद नहीं है।
कोरोना के पीक में ऑक्सीजन की स्टेटस रिपोर्ट तारीख - डिमांड - कुल आपूर्ति 14 अप्रैल -85 - 51 15 - 85 - 51 16 - 90 - 53 17 - 90 - 52 18 - 105 - 52 19 - 115 - 51 20 - 120 - 53 21 - 125 - 53 22 - 125 - 55 23 - 125 - 54 24 - 125 - 55 25 - 125 - 53 26 - 125 - 56 27 - 125 - 58 28 - 125 - 59 29 - 125 - 60 30 - 120 - 61 1 मई - 116 - 63 2 - 109 - 65 3 - 103 - 68 4 - 95 - 65 5 - 89 - 64 6 - 125 - 73 7 - 101 - 71 8 - 93 - 61 9 - 82 - 69 10 - 70 - 59 11 - 60 - 55 12 - 55 - 50 13 - 50 - 48 सभी आंकड़े मीट्रिक टन में कानपुर में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले प्लांट- बब्बर ऑक्सीजन फिलिंग, हरिओम गैस, मुरारी इंडस्ट्रीयल गैस, चमन गैस, पनकी ऑक्सीजन(एलएलआर हॉस्पिटल और एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई लिंडे और आईनॉक्स कंपनी से)