जिंदगी पर भारी पड़ रहा स्ट्रेस
- सिटी में लॉकडाउन के बाद बढ़ीं सुसाइड की घटनाएं, 70 परसेंट तक लोगों में स्ट्रेस की हैं प्रॉब्लम
- हर एज ग्रुप में अलग-अलग वजहों से स्ट्रेस का लेवल हुआ हाई, फ्यूचर इनसिक्यूरिटी मेन रीजन KANPUR: सिटी में बीते कुछ दिनों में सुसाइड की कई घटनाएं सामने आई। पुलिस की जांच में जान देने की बड़ी वजहों में स्ट्रेस और डिप्रेशन भी रहा। कुछ घटनाओं में लॉकडाउन और कोरोना के खौफ की बात भी सामने आई। लोगों में स्ट्रेस भी तेजी से बढ़ा। सिटी के कई मानसिक रोग विशेषज्ञ भी मानते हैं कि लोगों में स्ट्रेस बढ़ी है। जिसकी वजह से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। हर एज ग्रुप में स्ट्रेस का लेवल हाई हुआ है। जिसकी अलग अलग वजहें हैं। लॉकडाउन में स्ट्रेस की पमुख वजहें- - इंटरनेट एडिक्शन का बढ़ना - दूसरी बीमारी का इलाज नहीं मिल पाने से तनाव- फ्यूचर को लेकर एंजाइटी व स्ट्रेस
सुसाइड में अव्वल है कानपुरकानपुर खुदकुशी की घटनाओं में प्रदेश में अव्वल है। यूपी में सुसाइड करने वाला हर 10वां शख्स कानपुर का है। एनसीआरबी की एक्सीडेंट और सुसाइड को लेकर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक जान देने की सबसे बड़ी वजह फैमिली प्रॉब्लम्स की होती है। लव अफेयर, अनइंप्लायमेंट, एग्जाम्स का स्ट्रेस, इनफर्टिलिटी और फैमिली प्रॉब्लम्स ऐसे कारण है जिनकी वजह से सबसे ज्यादा लोग जान देते हैं। जान देने वालों में महिलाओं से ज्यादा पुरुष होते हैं।
------------------- कानपुर सुसाइड फैक्ट्स- कानपुर-480 252- मेल ने किया सुसाइड 228- फीमेल ने किया सुसाइड यूपी में कुल सुसाइड-4849 ------------ किन तरीकों से सबसे ज्यादा सुसाइड- जहर खाकर-26.7 परसेंट बिल्डिंग से कूद कर-1.9 परसेंट डूबकर- 4.9 परसेंट खुद को जला कर-4.9 परसेंट फांसी लगा कर- 51.5 परसेंट ट्रेन या वाहन के सामने कूद कर-2.9 परसेंट खुद को गोली मार कर-0.4 परसेंट खुद को चोट पहुंचा कर- 0.6 परसेंट अन्य तरीकों से - 6.7 परसेंट ----------------- नोट- सभी आंकड़े नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की 2018 की रिपोर्ट से ----------- बीते 5 दिनों में सुसाइड की घटनाएं - - बिधनू में लॉकडाउन में नौकरी जाने से परेशान युवक व उसकी पत्नी ने दी जान - महाराजपुर में बेटी के घर से निकाले जाने से परेशान बुजुर्ग दंपत्ति ने दी जान - काकादेव में डिपे्रशन में आए टेलर ने फांसी लगा कर दी जान - काकादेव में आरटीओ कर्मी की बेटी ने मां के सामने फांसी लगा कर दी जान - मोबाइल फोन पर पबजी खेलते-खेलते पॉलीटेक्निक स्टूडेंट ने जान दी- पारिवारिक कलह के चलते भाजपा नेता ने ट्रेन के सामने कूद कर दी जान
-------------- डिप्रेशन और स्ट्रेस बढ़ने से एक स्टेज ऐसी आती है जब सुसाइडल टेंडेंसी डेवलप हो जाती है। इसी दौरान अक्सर लोग जान देने का प्रयास करते हैं। बीते तीन महीनों में लगातार लोग घरों में रहे। इसमें से लोगों में तनाव भी बढ़ा है. - डॉ.धनजंय चौधरी, एचओडी, मानसिक रोग विभाग, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ---------------- लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में लोगों के रुटीन में बदलाव आया है। इस दौरान स्ट्रेस भी बढ़ी। इनसिक्यूरिटी फीलिंग आने की वजह से सुसाइडल टेंडेंसी आती है। जरूरत है कि लोग इसे समझें और मेंटल फिटनेस पर भी ध्यान दें। - रोहन कुमार, मानसिक रोग विशेषज्ञ