लखनऊ हाईवे पर एक बार फिर रफ्तार का कहर देखने को मिला. तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर दूसरे लेन में जा रहे ट्राला से टकरा गई. हादसे में सीतापुर के सकरन थानाध्यक्ष 38 साल के मनीष कुमार ङ्क्षसह और सिपाही प्रशांत तोमर घायल हो गए. उन्नाव पुलिस ने दोनों को गोङ्क्षवद नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया जहां मनीष की इलाज के दौरान मौत हो गई.

कानपुर(ब्यूरो)। लखनऊ हाईवे पर एक बार फिर रफ्तार का कहर देखने को मिला। तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर दूसरे लेन में जा रहे ट्राला से टकरा गई। हादसे में सीतापुर के सकरन थानाध्यक्ष 38 साल के मनीष कुमार ङ्क्षसह और सिपाही प्रशांत तोमर घायल हो गए। उन्नाव पुलिस ने दोनों को गोङ्क्षवद नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया जहां मनीष की इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया।

बिंदकी के रहने वाले
मूलरूप से फतेहपुर जनपद के ङ्क्षबदकी ईशापुर निवासी मनीष कुमार ङ्क्षसह सीतापुर के सकरन थाने में थानाध्यक्ष के पद पर तैनात थे। परिवार में पत्नी गोल्डी और दो साल का बेटा अगस्या ङ्क्षसह, मां रेशम और छोटा भाई मुकुल है। बुधवार रात मनीष थाने के सिपाही प्रशांत तोमर के साथ कार से झांसी कोर्ट में गवाही के लिये जा रहे थे। बताया जा रहा है कि जाजमऊ में कल्लूपुरवा में घोड़ा फैक्ट्री के पास अचानक प्रशांत को झपकी आ गयी जिससे कार दूसरी लेन में चली गई और लखनऊ जा रहे ट्राला से जा भिड़ी।

रीजेंसी में कराया था भर्ती
घायल दारोगा और सिपाही को उन्नाव पुलिस ने गोङ्क्षवद नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया जहां मनीष की इलाज के दौरान मौत हो गई। मनीष की मौत की खबर मिलते ही पत्नी और सभी परिजन रोते बिलखते हुए पोस्टमार्टम पहुंचे। पिता की मौत से अंजान दो साल का बेटा अगस्या सिपाही की गोद में खेलता रहा। पोस्टमार्टम के बाद शव को पुलिस लाइन भेजा गया जहां अंतिम सलामी दी गयी। मनीष कुमार के पिता कमलेश ङ्क्षसह भी दारोगा थे, बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था। जिसके बाद मनीष को मृतक आश्रित में 2015-16 बैच में दारोगा की नौकरी मिली थी।

Posted By: Inextlive