सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के सोशल वर्क डिपार्टमेंट में फ्राइडे को 'काग्नीटिव बिहेवियर थेरेपीÓ पर वर्कशाप की गई. निदेशक डॉ. संदीप ङ्क्षसह ने कहा कि स्टूडेंट्स को पॉजिटिविटी के साथ काम करना चाहिए. टेंशन में इंसान अकेला असहाय और उद्देश्यविहीन हो जाता है. इससे मनुष्य को शारीरिक तथा मानसिक नुकसान पहुंचता है. सुसाइड जैसे विचार भी आते हैं. उनकी सोच को एक सकारात्मक दिशा प्रदान करने की कोशिश की जाएगी.
By: Inextlive
Updated Date: Fri, 26 Nov 2021 10:35 PM (IST)
कानपुर (ब्यूरो) स्टूडेंट्स को काग्नीटिव बिहेवियर थेरेपी की ट्रेङ्क्षनग भी दी जाएगी और अन्य विभागों व कॉलेजों में भी वर्कशॉप कराई जाएगी। डॉ। प्रियंका शुक्ला ने बताया कि अपने व्यवहार और भावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले कारणों को बदलने का प्रयास होगा। इस मौके पर अवनीश विश्वकर्मा, अनीता अवस्थी, डॉ। अजय प्रताप ङ्क्षसह, डॉ। एसपी वर्मा आदि मौजूद रहे।
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