असमंजस में फंसे स्टूडेंट
- शासन ने बीपीएड और एमपीएड स्टूडेंट्स को प्रमोट किए जाने का फैसला यूनिवर्सिटी पर छोड़ा
- जुलाई महीने में इनके एग्जाम हो जाने चाहिए थे लेकिन कोरोना महामारी के चलते नहीं हो सके KANPUR (21 Dec): सीएसजेएमयू के बीपीएड और एमपीएड के स्टूडेंट्स असमंजस में है। उनकी स्टडी पर भी असर पड़ रहा है। दरअसल, छह महीने से सेमेस्टर एग्जाम और प्रमोट होने का इंतजार कर रहे हैं। शासन ने इन स्टूडेंट्स को प्रमोट किए जाने का निर्णय यूनिवर्सिटी पर छोड़ा है। जुलाई महीने में इनके एग्जाम हो जाने चाहिए थे लेकिन कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन के कारण यह समय पर नहीं हो सकीं। अनलॉक के तीन महीने बीतेअनलॉक हुए तीन महीने बीत चुके हैं। लेकिन यूनिवर्सिटी ने अभी तक इन स्टूडेंट्स के बारे में क्लियर नहीं किया है। यूनिवर्सिटी में स्टडी शुरू हुए भी एक महीने से अधिक समय हो चुका है। यूनिवर्सिटी कैंपस में संचालित एमबीए, बीबीए, बीसीए, होटल मैनेजमेंट, इंग्लिश, सोशल वर्क डिपार्टमेंट और हेल्थ साइंसेज समेत अन्य डिपार्टमेंट्स में ऑफलाइन क्लासेस लगने लगी हैं लेकिन यूनिवर्सिटी ने बीपीएड व एमपीएड फर्स्ट और थर्ड ईयर के सेमेस्टर एग्जाम को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।
नौकरी के लिए कैसे करें आवेदनयूनिवर्सिटी कैंपस और संबद्ध महाविद्यालयों में बीपीएड व एमपीएड की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स अब अपने भविष्य को लेकर ¨चतित हैं। इसका कारण यह है कि वह न तो उच्च शिक्षा के लिए फॉर्म भर पा रहे हैं और न ही उनके सामने नौकरी के लिए आवेदन करने का रास्ता खुला हुआ है। स्कूलों में फिजिकल एजुकेशन के टीचर बनने के लिए बीपीएड व एमपीएड की डिग्री चाहिए होती है। जब तक उन्हें डिग्री नहीं मिल जाती तब तक वह कदम भी नहीं चल सकते हैं।
जल्द हो सकते हैं लास्ट ईयर के एग्जाम यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बीपीएड और एमपीएड के लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स के एग्जाम कराए जाने का निर्णय ले लिया है। मानक के अनुसार क्लासेस पूरी लगने के चलते उनके एग्जाम आयोजित कराए जाने की तैयारी है। इस कोर्स के लास्ट ईयर अथवा फोर्थ सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के एग्जाम 15 दिन के अंदर हो सकते हैं। बीपीएड व एमपीएड के फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के एग्जाम कराए जाने अथवा उन्हें प्रमोट किए जाने का निर्णय परीक्षा समिति की बैठक में लिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही परीक्षा समिति की बैठक आयोजित की जा सकती है। - डॉ। अनिल कुमार यादव, रजिस्ट्रार, सीएसजेएमयू