- फेल होने के डर से बीएससी की स्टूडेंट ने दी जान, एग्जाम प्रेशर के चलते 10 दिन के अंदर शहर में तीसरा सुसाइड

-दोबारा फेल होने के डर से बीएससी फ‌र्स्ट ईयर की छात्रा ने लगाई फांसी, बच्चों पर भारी पड़ रहा है फरवरी का महीना

KANPUR: सबसे ज्यादा सुसाइड होने के कारण कानपुर यूपी की सुसाइड कैपिटल के रूप में बदनाम है। वहीं एग्जाम की टेंशन ने फरवरी महीने को बच्चों की जान का दुश्मन बना दिया है। बीते 10 दिनों के अंदर फेल होने के डर से तीन छात्राएं अपनी जान दे चुकी हैं। फ्राइडे को शिवराजपुर में बीएससी फ‌र्स्ट ईयर की छात्रा ने दोबारा फेल होने के डर के चलते फंासी लगा ली। शिवराजपुर के महाशरन निवादा में रहने वाली मनीषा पाल(18) बीएससी फ‌र्स्ट ईयर में बीते साल फेल हो गई थी। मां रानी के मुताबिक वह पढ़ाई को लेकर काफी परेशान थी। इस बार भी उसे एग्जाम्स को लेकर टेंशन बढ़ गई थी। वह और उनका बेटा थर्सडे को एक शादी समारोह में गए थे। पिता घर के बाहर सो रहे थे। सुबह पिता अंदर गए तो देखा कि मनीषा शव फंदे से लटक रहा था।

फरवरी में तीसरा सुसाइड-

12 फरवरी- गोविंद नगर मे छात्रा ने फांसी लगा कर दी जान

14 फरवरी- महाराजपुर में 10वीं की छात्रा ने लगाई फांसी

कानपुर सुसाइड फैक्ट्स-

480 - लोगों ने किया सुसाइड कानपुर में

252- मेल ने किया सुसाइड

228- फीमेल ने किया सुसाइड

------------

कानपुर में एग्जाम्स की वजह से सुसाइड करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या-13

--------------------

एग्जाम्स स्ट्रेस से सुसाइड करने वाले किन क्लासेस के-

23.6 परसेंट- सेकेंड्री लेवल की पढ़ाई करने वाले

16.4 परसेंट- हायर सेकेंड्री लेवल की पढ़ाई करने वाले

-------------------

किन तरीकों से सबसे ज्यादा सुसाइड-

जहर खाकर-26.7 परसेंट

बिल्डिंग से कूद कर-1.9 परसेंट

डूबकर- 4.9 परसेंट

खुद को जला कर-4.9 परसेंट

फांसी लगा कर- 51.5 परसेंट

ट्रेन या वाहन के सामने कूद कर-2.9 परसेंट

खुद को गोली मार कर-0.4 परसेंट

खुद को चोट पहुंचा कर- 0.6 परसेंट

अन्य तरीकों से - 6.7 परसेंट

-----------------

नोट- सभी आंकड़े नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की 2018 की रिपोर्ट से

------------

Posted By: Inextlive