अब तक पता नहीं, किस स्ट्रेन ने मचाई तबाही
- कानपुर में कोरोना वायरस के किस स्ट्रेन ने मचाया मौत का तांडव, उसकी जांच के लिए केजीएमयू भेजे गए 68 सैम्पल में एक भी नहीं आई रिपोर्ट
- अब दिल्ली स्थित सीएसआईआर-आईजीआईबी भेजे जाएंगे सैंपल, 25 से कम सीटी वैल्यू वाले सैंपल माइनस 80 डिग्री टेम्प्रेचर पर किए जाएंगे स्टोरKANPUR: बीते एक-ड़ेढ महीने में कोरोना ऐसी तबाही मचा गया जिसे लोग ताउम्र नहीं भूल पाएंगे। न जितने घर उजड़ गए, कितने बच्चे अनाथ हो गए। ऑक्सीजन और बेड न मिलने से सैकड़ों पेशेंट्स ने अस्पतालों की चौखट पर दम तोड़ दिया। लेकिन, मौत का तांडव मचाने वाला यह वायरस कोरोना का कौन सा स्ट्रेन है, यह अभी तक पता नहीं लग पाया है। इसे सिस्टम का ढीलापन कहें या कुछ और स्ट्रेन का पता लगाने के लिए दर्जनों सैंपल जांच के लिए लखनऊ के केजीएमयू भेजे गए, लेकिन आज तक एक की भी रिपोर्ट नहीं आई है। हद तो यह कि रिपोर्ट में देरी क्यों हो रही है, इस बारे में भी केजीएमयू से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी गई।
एक महीने से भेज रहे सैंपल20 मार्च के बाद से शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण ने तेज रफ्तार पकड़ी। अप्रैल की शुरुआत में संक्रमण और भी तेजी से फैलने लगा। इससे कुछ दिन पहले मेरठ में कोरोना वायरस के यूके स्ट्रेन के कुछ मामले सामने आ चुके थे। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से कानपुर में फैल रहा कोरोना वायरस संक्रमण किस स्ट्रेन का है, इसका पता लगाने के लिए सबसे पहले कोरोना संक्रमितों के 5 सैंपल केजीएमयू भेजे गए। स्ट्रेन का पता लगाने के लिए इन सैम्पल की जीनोमसिक्वेसिंग जांच होनी थी, लेकिन सैंपल्स ठीक से स्टोर नहीं होने की वजह से उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया। उसके बाद से 68 सैंपल केजीएमयू की लैब भेजे जा चुके हैं,लेकिन रिपोर्ट अभी तक नहीं आई।
सैंपल कलेक्शन की गाइडलाइन - कोरोना वायरस के स्ट्रेन का पता लगाने के लिए जीनोमसिक्वेसिंग जांच होती है। इसके लिए किन कोरोना संक्रमितों का सैंपल किस तरह से भेजा जाएगा इसकी एक गाइडलाइन है। - जीनोमसिक्वेसिंग उन्हीं कोरोना संक्रमितों की हो सकती है। जिनमें वायरस का वायरल लोड काफी ज्यादा है। आरटीपीसीआर जांच में सीटी वैल्यू 25 से जितनी कम होगी वायरल लोड उतना ज्यादा होगा - जांच के लिए सैंपल को 80 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर करना होता है और सैंपल का ट्रांसपोर्टेशन भी कोल्ड चेन में ही होता है।अब दिल्ली भेजेंगे सैंपल
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में बनी कोविड-19 लैब के प्रभारी डॉ। विकास मिश्र बताते हैं कि अब से जीनोमसिक्वेसिंग के लिए सैंपल दिल्ली स्थित सीएसआईआर- आईसीआईबी की लैब भेजे जाएंगे। इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी में वायरस के स्ट्रेन को पहचानने के लिए जांच कराई जाएगी। इसके लिए सैंपल कलेक्शन शुरू हो गया है। 10 दिनों में जितने सैंपल कलेक्ट होंगे। उन्हें जांच के लिए दिल्ली भेजा जाएगा।
कितनी तेजी से फैला वायरस- 79,921- अब तक कुल कोरोना संक्रमित मिले कानपुर में 23 मार्च 2020 से 33,614- संक्रमित मिले 23 मार्च 2020 से 31 मार्च 2021 तक 46,307- संक्रमित मिले 1 अप्रैल 2021 से 11 मई 2021 तक 1513- कुल कोरोना संक्रमितों की अब तक मौत 849- संक्रमितों की 31 मार्च 2021 तक हुई मौत 666- संक्रमितों की मौत 1 अप्रैल 2021 से 11 मई 2021 तक