मई तक बढ़ेगी रफ्तार, जून में होगा डाउन
-आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने यूपी समेत कई प्रदेशों में कोरोना केसेस में वृद्धि को लेकर जारी किया कंप्यूटेड मॉडल
-मॉडल के मुताबिक यूपी में अप्रैल से मई के बीच 6 हजार केस प्रतिदिन मिलने की आशंका, मई के फर्स्ट वीक में पीकKANPUR : देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। इसका असर यूपी में भी देखा जा रहा है, जहां प्रमुख शहरों में कोरोना वायरस का संक्रमण मार्च के तीसरे हफ्ते से तेजी से बढ़ा है। कोरोना संक्रमण अभी और कितना बढ़ेगा और इसमें कमी कब से आने लगेगी, यह साफ नहीं है। लेकिन इसे लेकर आईआईटी कानपुर की ओर से एक कंप्यूटर आधारित डाटा जरूर जारी किया गया है। यूपी के अलावा कई और प्रदेशों में कोरोना के बढ़ते केसेस को लेकर आगे क्या स्थिति रहने वाली है। यह डाटा उसके बारे में भी बताता है। यूपी को लेकर जारी कंप्यूटेड डाटा के मुताबिक अप्रैल और मई में कोरोना वायरस का प्रकोप पीक पर रह सकता है। प्रतिदिन संक्रमण के 6 हजार तक केसेस मिलने की उम्मीद है।
दो महीने बढ़ेंगे केसआईआईटी कानपुर के सीनियर प्रोफेसर डॉ। मणींद्र अग्रवाल ने इस डाटा को जारी किया। जिसमें कोरोना संक्रमण के ग्राफ का एक कंप्यूटेड मॉडल है। जोकि 1 अप्रैल 2020 से 26 जून 2021 तक का है। इस ग्राफ में कंप्यूटेड डाटा को एक्चुअल डाटा से कंपेयर भी किया गया है। दोनों डाटा में काफी समानता भी है। इसी के आधार पर 17 मार्च 2021 से कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में तेजी दिखाई गई है। जोकि 26 जून 2021 तक फिर से न्यूनतम स्तर पर आएगा।
इस बार ज्यादा तेज बढ़ोत्तरी कोरोना वायरस के पीक और उसकी टाइमिंग को लेकर आईआईटी के डाटा में कई गंभीर बातें भी हैं। प्रो। मणींद्र अग्रवाल की ओर से ट्विटर के जरिए दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार कोरोना वायरस की जो पीक आएगी। वह पिछली बार के मुकाबले ज्यादा शार्प है। केसेस में बढ़ोत्तरी पिछली बार के मुकाबले ज्यादा तेज होगी। उत्तर प्रदेश में अप्रैल के लास्ट वीक से मई के फर्स्ट वीक में कोरोना वायरस का संक्रमण पीक पर रह सकता है। सिम्यूलेशन में प्रतिदिन नए केसेस मिलने की संख्या 6 हजार तक है। जोकि पिछली बार के मुकाबले बराबर ही है। तेजी से कम भी होगा संक्रमणइस कंप्यूटर आधारित सिम्यूलेशन के डाटा पर गौर करें तो अप्रैल और मई महीने में कोरोना वायरस संक्रमण पीक पर तो रहेगा, लेकिन जून में इसमें तेजी से कमी आएगी। पिछली बार के मुकाबले कोरोना वायरस के पीक का कर्व अक्टूबर 2020 से मार्च 2021 के सेकेंड वीक के वक्त में नहीं नीचे पहुंचेगा। बल्कि केसेस में कमी आने में एक महीने का ही वक्त लेगा।
कंप्यूटेड डाटा में िकए गए दावे -अप्रैल लास्ट से मई के फर्स्ट वीक में पीक पर रहेगा संक्रमण -इस बार संक्रमण का पीक पिछली बार से ज्यादा शार्प -केसेस में बढ़ोत्तरी पिछली बार के मुकाबले ज्यादा तेज -सिम्यूलेशन में प्रतिदिन 6 हजार नए केसेस मिलने का दावा -जून में कोराना ग्राफ में तेजी से कमी भी आएगी यूपी में कुल कोरोना संक्रमित मिले- 6.15 लाख कुल मौतें- 8,800 कुल रिकवर हुए-5.98 लाख एक्टिव केस- 9,195 नोट- ट्यूजडे तक का डाटा