जेके कैंसर हॉस्पिटल की 'बीमारी' दूर होगी
- विशेष सचिव अरिंदम भट्टाचार्या ने किया जेके कैंसर हॉस्पिटल का निरीक्षण, खराब पड़़ी मशीनों के सही होने की उम्मीद जगी
- टर्सरी सेंटर और नई कोबाल्ट मशीन के लिए मांगा प्रस्ताव, संविदा पर रखी जाएगी नर्से KANPUR: जेके कैंसर हॉस्पिटल के दिन बहुरने की उम्मीद फिर जगी है। खराब पड़ी मशीनें सही हो सकती हैं, स्टाफ की कमी की समस्या भी हल होगी। सोमवार को विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा अरिंदम भट्टाचार्या ने जेके कैंसर हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई खराब पड़ी मशीनों को सही करने और नर्सो की कमी को दूर करने और नए टर्सरी सेंटर के निर्माण को लेकर जो रुख अपनाया वह जेके कैंसर हॉस्पिटल के प्रशासन के मुताबिक तो काफी सकारात्मक है। लीनियर एक्सलरेटर के लिए मिलेगा फंडकैंसर हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉ। एमपी मिश्रा ने बताया कि महीनों से खराब पड़ी लीनियर एक्सलरेटर को सही करने के लिए जरूरी क् करोड़ ब् लाख के फंड को दिलाने के लिए विशेष सचिव ने भरोसा दिलाया है कि इसी वित्तीय वर्ष में यह काम हो जाएगा। इस मशीन के सही होने से पेशेंट्स को काफी राहत होगी, क्योंकि कांसेंट्रेटेड रेडियोथैरेपी के लिए इस मशीन का सही होना बेहद जरूरी है।
नई योजनाओं से जगी उम्मीदविशेष सचिव ने अपने दौरे के दौरान कैंसर हॉस्पिटल को अपग्रेड करके टर्सरी सेंटर बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करके उन्हें भेजने के आदेश भी दिए। इसके अलावा खराब पड़ी कोबाल्ट मशीन को डीकमीशन करने के लिए क्भ् लाख रुपए का फंड देने के साथ ही नई मशीन खरीदने के लिए भी प्रस्ताव उन्हें भेजने के आदेश दिए।