24 फरवरी की सुबह पांच बजे से ही धमाकों की आवाज गूंजने लगी चारों तरफ चीख पुकार सुनाई दे रही थी. सायरन बजते ही सभी को कॉलेज के बंकर में भेज दिया गया. दो दिनों तक बंकर में रहे. जरूरत पडऩे पर सुपर मार्केट से जरूरत का सामान लाया जाता. किसी तरह रोमानिया बार्डर पहुंचा.


कानपुर (ब्यूरो) यहां वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतार और हजारों की भीड़ थी। हर कोई बार्डर क्रास कर यूक्रेन छोडऩा चाह रहा था। भीड़ को शांत करने के लिए सैनिकों ने हवाई फायरिंग की। घंटों लाइन में लगने के बाद बॉर्डर क्रॉस कर सके। ये कहना है कानपुर के जवाहरपुरम निवासी रेयान खान का। वे थर्सडे दोपहर अपने घर पहुंचे। रेयान विनिस्टिया स्थित नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस थर्ड ईयर स्टूडेंट हैं।

Posted By: Inextlive