उदयपुर की घटना को लेकर शहर में सोशल मीडिया पर निगहबानी बढ़ा दी गई है. दरअसल राजस्थान के उदयपुर में नुपुर शर्मा के समर्थन में इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट लिखने वाले टेलर कन्हैयालाल की हत्या के बाद वहां हुए बवाल को देखते हुए प्रदेश सरकार ने भी हाई अलर्ट जारी कर दिया है. सरकार ने पुलिस को पूरी सतर्कता बरतने व पैदल मार्च बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. पुलिस इंटरनेट मीडिया पर भी पैनी नजर रखे हुए है.

कानपुर (ब्यूरो) नुपुर शर्मा के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश में पहले भी ङ्क्षहसात्मक प्रदर्शन हो चुके हैैं। तीन जून को कानपुर व आठ जून को प्रयागराज सहित कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन व तोडफ़ोड़ की घटनाएं हो चुकी हैं। इस दौरान देश के दूसरे राज्यों में भी ङ्क्षहसा की घटनाएं देखने को मिली थीं। इन घटनाओं से सीख लेते हुए पुलिस अब किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती है। इसलिए डीजीपी मुख्यालय ने भी तत्काल अलर्ट जारी कर दिया है।

संवेदनशील स्थानों की चौकसी बढ़ी
डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों को अपने-अपने यहां सतर्कता बढ़ाने व संदिग्धों की जांच तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि जहां भी संदिग्ध गतिविधियां नजर आएं वहां तत्काल कार्रवाई की जाए। भीड़-भाड़ व संवेदनशील इलाकों पर चौकसी बढ़ाई जाए। इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

यूपी पुलिस ने जारी की गाइडलाइन
- किसी धर्म या मजहब के प्रति गलत, अमर्यादित, आपत्तिजनक टिप्पणी न करें। ऐसा करना कानूनी अपराध है। जिसके लिए ऐसा करने वाले को सजा हो सकती है।
- कोई भी गलत मैसेज बिना जांचे या परखे बिना फारवर्ड न करें.वह मैसेज एक गलत खबर या अफवाह भी हो सकती है। ऐसा करने वाले के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
- कोई भी ऐसा वीडियो या फोटो या वीडियो वायरल न करेें जिससे दो वर्गों या धर्म के बीच कटुता बढ़े।
- सोशल मीडिया के जरिए पुलिस लगातार ऐसे लोगों पर नजर रख रही है, जो गलत टिप्पणी कर रहे हैैं। ऐसा करने वालों के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive