घर पर ही गुरुकुल का अहसास कराएंगी स्मार्ट रूम क्लासेस
- अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में छात्रों के लिए बनाया टी¨चग लर्निंग स्टूडियो
- स्मार्ट रूम की शुरुआत ऑनलाइन ऑडियो विजुअल लेक्चर के साथ हो गई है नंबर गेम - 60 स्टूडेंट्स जो बीटेक के अलग-अलग ब्रांच के हैं की लगाई जा रही हैं ऑनलाइन क्लास -01 स्टूडियो बनाया गया है जिससे व्याखान उन स्टूडेंट्स तक भी पहुंच सकेगा जो किसी कारण अबसेंट रहे KANPUR: अब घर पर ही स्टूडेंट्स को गुरुकुल का अहसास होगा। दरअसल, लॉकडाउन में स्टडी और पढ़ाने के नए-नए तरीके सामने आए हैं जो टीचर और स्टूडेंट्स को नए-नए अहसास करा रही हैं। गुरुकुल का अहसास कराता ऐसा ही स्मार्ट क्लासरूम अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड (एआईटीएच) ने बनाया है। कैसे रन होगी क्लास?इस क्लास रूम में म्0 व उससे अधिक छात्र एक साथ पढ़ाई कर सकते हैं। यहां से दिए गए व्याख्यान सभी छात्रों तक ठीक उसी तरह पहुंचेंगे जैसे ऑफलाइन कक्षाओं में पढ़ाई कराई जाती है। इस स्मार्ट क्लास रूम से छात्रों को इलेक्ट्रिक व कंप्यूटराइज्ड ब्लैक बोर्ड के जरिए व्याख्यान दिए रहे हैं। इस स्मार्ट क्लास रूम में एक स्टूडियो बनाया जा रहा है जिसमें स्टूडेंट अपने व्याख्यान रिकॉर्ड करके उन स्टूडेंट्स तक भेज सकेंगे जो किसी कारणवश अबसेंट हो गए हैं।
स्मार्ट रूम की शुरुआत ऑनलाइन ऑडियो विजुअल लेक्चर के साथ हो गई है। संस्थान में यह स्मार्ट क्लास उन स्टूडेंट्स के लिए लाभदायक साबित हो रही है जो शहर से दूर रहकर टेक्निकल एजुकेशन प्राप्त कर रहे हैं। इसके जरिए थ्योरी के साथ प्रेक्टिकल भी कराए जा सकते हैं। इस क्लास रूम में एक बड़ी स्क्रीम, कैमरे और कंप्यूटराइज्ड बोर्ड लगा हुआ है जिससे स्टूडेंट अपने टीचर को उसी तरह पढ़ाते देख सकते हैं जैसा क्लास में देखते हैं।
एक-एक स्टूडेंट पर रहेगी नजर स्मार्ट क्लास रूम को एक मॉनीट¨रग सिस्टम के साथ तैयार किया गया है जिससे शिक्षक का एक-एक स्टूडेंट का फोकस रहता है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लॉक डाउन के बीच इस क्लासरूम का प्रोजेक्ट बनाया गया था। अनलॉक में इसका निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अब इसमें विधिवत क्लासेस शुरू हो गई हैं। इससे पहले व्हाट्स एप और जूम क्लास पर स्टूडेंट्स की क्लासेस चल रही थीं। स्मार्ट क्लास रूम का प्रयोग सफल रहा। क्लास में उपस्थित रहने जैसी सुविधाएं इसके माध्यम से स्टूडेंट्स को मिल रही है। स्क्रीन का साइज बड़ा होने के कारण सभी स्टूडेंट्स को ऑफलाइन क्लास की तरह एक साथ देखा जा सकता है। इसे और अपग्रेड किए जाने की योजना है।- प्रो। रचना अस्थाना, निदेशक एआईटीएच