स्मार्ट रोड बनाने में 'स्मार्टनेस' गायब
-34.50 करोड़ रुपए से बन रहा है स्मार्ट सिटी के तहत स्मार्ट रोड का पहला फेज
-एनजीटी नियमों की उड़ा रहे हैं धज्जियां, बिना ढके ही हो रही खुदाई, न ही कोई बैरिकेडिंग -डक्ट के लिए खोदी गई सड़क पर हर तरफ फैला हुआ है कूड़ा, कभी भी हो सकता है हादसाKANPUR : स्मार्ट सिटी के तहत बनाई जा रही स्मार्ट रोड में कहीं भी मानकों का यूज नहीं किया जा रहा है। फूलबाग में बनाई जा रही रोड को एनजीटी के डायरेक्शंस की धज्जियां उड़ाई जा रही है। रोड कटिंग के बाद मिट्टी, मलबा वहीं फेंक दिया गया है। जो कि पानी न छिड़काव न होने के कारण एयर पाल्यूशन का कारण बन रहा है। लोग इसी मलबे में अब कचरा फेंक रहे हैं। वहीं सुरक्षा के कोई भी इंतजाम नहीं किए गए हैं। सड़क किनारे डक्ट डालने के लिए करीब 3 फीट खुदाई की गई है। बैरिकेड न होने से कभी भी कोई वाहन सवार गिर कर चुटहिल हो सकता है। बता दें कि 34.50 करोड़ से फूलबाग पर 2.3 किमी। को स्मार्ट रोड बनाने का कार्य किया जा रहा है।
एनजीटी की नहीं परवाहएनजीटी नियमों के मुताबिक कोई भी निर्माण कार्य ढक कर किया जाना चाहिए, जिससे पॉल्यूशन न हो। लेकिन निर्माण कर रही कंपनी पीटीएस बिल्डर्स को इसकी कोई परवाह नहीं है। वहीं स्मार्ट सिटी के अधिकारी भी इससे बिल्कुल बेरवाह है। वहीं बैरिकेड न होने से आसपास के लोगों ने भी कूड़ा फेंक दिया है। नगर निगम ने इसे साफ तक नहीं किया है।
------------ ------------ ये हैं नियम -कार्य स्थल पर निर्माण से जुड़ी सभी जानकारियां लिखा बोर्ड लगा होना चाहिए। -क्या काम हो रहा, कब पूरा होगा, लागत और कंपनी का नाम भी बोर्ड में लिखना जरूरी -खुदाई वाली जगह पर लाल रंग की पट्टी होनी चाहिए। सावधान का बोर्ड लिखा जाना चाहिए। -निर्माण स्थल को चारों ओर से ग्रीन कवर से ढका जाना चाहिए। -धूल-मिट्टी न उड़े इसके लिए नियमित रूप से पानी का छिड़काव होना चाहिए तीन फेज में होना है कामकानपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सड़कों का स्मार्ट होना बहुत जरूरी है। योजना के अंतर्गत स्मार्ट रोड के लिए 600 करोड़ से ज्यादा का बजट रखा गया है। 3 फेज में शहर की सड़कों का स्मार्ट बनाया जाना है। फिलहाल फर्स्ट फेज की शुरुआत कर दी गई है। मॉल रोड की 2.3 किमी। के हिस्से को स्मार्ट बनाने के लिए 34.50 करोड़ से टेंडर कर दिया गया है। पीएमसी के सेकेंड टीम लीडर उत्कर्ष द्विवेदी ने बताया कि फर्स्ट फेज में 34 किमी। सड़कों को स्मार्ट रोड में बदला जाएगा। इसके अंतर्गत गंगा बैराज से जाजमऊ, कंपनीबाग से बड़ा चौराहा रोड और सनिगवां से कर्रही रोड को शामिल किया गया है। सर्वे का कार्य स्मार्ट सिटी द्वारा पूरा कर लिया गया है। सनिगवां से कर्रही रोड का सर्वे भी पूरा हो चुका है।
---------------- रात में चमकेंगे टाइल्स स्मार्ट रोड में बच्चों से लेकर दिव्यांगों तक के लिए हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सड़कों के किनारे दिव्यांगों के लिए रैंप बनाए जाएंगे। यह सुविधा पार्को, गवर्नमेंट ऑफिसेज सहित हॉस्पिटल से रैंप और रोड को कनेक्ट किया जाएगा, जिससे दिव्यांगों को सड़क तक आने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा पैदल रास्तों को आकर्षक बनाने के लिए आधुनिक स्टाइल के टाइल्स लगाए जाएंगे, इनकी खासियत यह होगी कि यह रात में रोशनी पड़ने पर चमकेंगे, जिससे लोगों को पैदल रास्ते में चलने पर कोई प्रॉब्लम नहीं होगी। --------------- साइकिल ट्रैक भी बनाए जाएंगेस्मार्ट रोड के अंतर्गत साइकिल ट्रैक भी बनाए जाएंगे। वहीं स्मार्ट सिटी के अंतर्गत डबल पुलिया से कल्याणपुर रोड, वीआईपी रोड, नवाबगंज रोड सहित अन्य सड़कों पर साइकिल ट्रैक भी प्रस्तावित है।
--------------- सड़कों पर हरियाली देगी ठंडक स्मार्ट सिटी में चंडीगढ़ की तर्ज पर सड़कों के किनारे आकर्षक हरियाली की जाएगी, जिससे गर्मी के दिनों में भी राहगीरों को ठंडक का अहसास हो। वहीं सड़कों के किनारे डस्टबिन, एलईडी स्ट्रीट पोल, सड़कों पर पैदल चलने के लिए रास्ता सहित कई अन्य सुविधाओं को भी दिया जाएगा। --------------- स्मार्ट रोड में ये फैसेलिटीज मिलेंगी -एलईडी स्ट्रीट पोल -साइकिल ट्रैक -पैदल रास्तों पर पेविंग -पेड़ों के लिए बाड़ -संकेतक व शाइन बोर्ड -बेव ऑन रोड -डस्टबिन -पोलार्ड -भूनिर्माण -वॉटर एटीएम -ले-बाई के साथ मार्ग -दिव्यांगों के लिए रैंप -मीडियन -जस्सी बैरियर्स ------------ इन सड़कों को बनाया जाएगा स्मार्ट -गंगा बैराज से जाजमऊ तक -कंपनीबाग से बड़ा चौराहा तक -सनिगवां से कर्रही रोड तक ------------ आंकड़ों में स्मार्ट सिटी रोड -600 करोड़ स्मार्ट रोड का टोटल बजट है। -199.65 करोड़ से फर्स्ट फेज पूरा किया जाएगा। -100 करोड़ आएगा फर्स्ट फेज की 3 सड़कों का निर्माण खर्च। -109 किमी। स्मार्ट रोड बनाई जानी हैं शहर में।-2.3 किमी। सड़क को स्मार्ट बनाने के लिए टेंडर।
-34.50 करोड़ से शहर की पहली स्मार्ट रोड बनेगी। ------------ स्मार्ट सिटी में सड़कों का स्मार्ट होना भी बेहद जरूरी है। फर्स्ट फेज में 2.3 किमी। रोड के लिए टेंडर किए गए हैं। जल्द ही कार्यो को शुरू किया जाएगा। -संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त।